कुल्लूः 26 अप्रैल को जिले की सैंज घाटी के रहने वाले तेज बहादुर के दोनों पैर गर्म पानी से पूरी तरह से जल गए थे. गरीब मजदूर अपना इलाज करवाने में असमर्थ था और जब कार सेवा दल कुल्लू के सदस्यों को मजदूर की हालत के बारे में पता चला, तो संस्था के द्वारा उसे कुल्लू अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां पर एक माह तक उसका इलाज किया गया.
तेज बहादुर को अस्पताल से छुट्टी मिलने पर संस्था की मदद से उसे वापस घर छोड़ दिया गया. संस्था के सैंज प्रभारियों की ओर से इस मरीज की जानकारी कार सेवा संस्था के अध्यक्ष मनदीप सिंह को दी गई. संस्था के अध्यक्ष ने आगामी इलाज के लिए हामी भरी और प्रभारियों ने इन्हें इलाज के लिए कुल्लू भेज दिया गया. जहां संस्था के अधिकारियों द्वारा इन्हें एडमिट करवा कर इनका इलाज शुरू करवा दिया गया, लेकिन तेज बहादुर का इलाज कुल्लू भी संभव नहीं था क्षेत्रीय अस्पताल के डॉक्टरों ने भी इन्हें शिमला को रेफर कर दिया, लेकिन संस्था के सदस्यों ने गुजारिश की और तेज बहादुर की आर्थिक स्थिति के बारे में बताया और इसका इलाज यही करवाने की गुजारिश की और संस्था ने इलाज के लिए अपनी जिम्मेदारी ली.
कार सेवा दल ने उठाया मरीज के इलाज का खर्च
सामाजिक कार्यकर्ता महेश शर्मा का कहना है कि कार सेवा दल ने मरीज के इलाज का खर्च उठाया. मरीज को दवाइयों व अन्य हर प्रकार की सुविधा दी गई अब 20 दिन की सेवा के पश्चात डॉक्टरों द्वारा इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
गौर रहे कि कार सेवा दल संस्था द्वारा तेग बहादुर को इलाज के पश्चात 2 माह का राशन और दवाइयां ड्रेसिंग का सामान व बैशाखी दी गई. कार सेवा दल के अध्यक्ष मनदीप सिंह द्वारा इन्हें संस्था की एंबुलेंस से घर छोड़ कर दिया गया और भविष्य में आगे भी संस्था की जरूरत पड़ने पर मदद की जाएगी.
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