कुल्लू: जिला कुल्लू में जहां गर्मियों से निजात पाने के लिए बाहरी राज्यों से सैलानियों का आना लगातार जारी है. वहीं, सैलानी भी यहां पर साहसिक गतिविधियों का मजा ले रहे हैं. जिला कुल्लू में अब बारिश का दौर भी शुरू हो गया और नदी नाले उफान पर हैं. ऐसे में ब्यास नदी में जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. जलस्तर में राफ्टिंग का मजा भी सैलानी ले रहे हैं, लेकिन राफ्टिंग के दौरान सैलानियों के साथ कोई हादसा पेश ना हो. इसके लिए पर्यटन विभाग की टीम भी लगातार राफ्टिंग प्वाइंट का निरीक्षण कर रही है. ऐसे में नियमों की अनदेखी को लेकर वन विभाग की टीम ने 15 राफ्ट ऑपरेटरों को नोटिस भी जारी किए हैं. निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि इन ऑपरेटरों के द्वारा नियमों का पालन सही तरीके से नहीं किया जा रहा था.
बीते दिनों जब विभाग की टीम ने पिरडी राफ्टिंग प्वाइंट का निरीक्षण किया. तो यहां पर 10 ऑपरेटर नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए गए. जिनमें बिना हेलमेट, ओवरलोडिंग के सैलानियों को रिवर राफ्टिंग करवाई जा रही थी. जब पर्यटन विभाग की टीम बबेली के राफ्टिंग प्वाइंट पर पहुंची. तो वहां पर भी 5 ऑपरेटरों को नोटिस दिया गए हैं. यहां पर भी क्षमता क्षमता से अधिक पर्यटकों को बैठाया गया था और रेस्क्यू राफ्ट भी साथ नहीं चलाई जा रही थी. ऐसे में पर्यटन विभाग ने 15 राफ्ट संचालकों को नोटिस जारी कर दिए हैं और उनसे 15 दिनों में जवाब भी मांगा गया है. ताकि उसके बाद पर्यटन विभाग नियमों के अनुसार कार्रवाई कर सके.
गौर रहे कि कुल्लू जिले में रिवर राफ्टिंग के चलते साल 2014 से अब तक 9 साल में राफ्ट पलटने से 12 पर्यटकों की मौत हो चुकी है. बीते माह ही बबेली में रिवर राफ्टिंग के दौरान 2 सैलानियो की मौत हुई थी. तो वही इस मामले में डीसी कुल्लू के द्वारा भी एसडीएम के माध्यम से जांच करवाई गई थी. पर्यटन विभाग ने साहसिक गतिविधियों को चलाने के लिए कड़े नियम बनाए हैं. लेकिन अभी भी कई जगह पर राफ्टिंग ऑपरेटर और गाइड नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. जिसके चलते सैलानियों की जान पर भी कई बार खतरे में पड़ जाती है.
वहीं, जिला पर्यटन अधिकारी सुनैना शर्मा ने बताया कि कुल्लू जिले में राफ्टिंग गतिविधियों के संचालन को लेकर नियमों को कड़ा किया गया है. पिरडी और बबेली में राफ्टिंग स्थल पर 15 ऑपरेटर नियमों का उल्लंघन कर रहे थे. उन्हें नोटिस जारी किया गया है. वहीं, विभाग के द्वारा इन पर नियमों के अनुसार कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.
ये भी पढ़ें- क्या आप भी हिमाचल आकर करते हैं पैराग्लाइडिंग और रिवर राफ्टिंग तो हो जाएं सावधान...