कुल्लू: होली पर्व के उपलक्ष्य में बलागाड़ और गोशाल में फाग उत्सव के मेले का आयोजन हुआ. फोगत्सव को मौके पर देवी-देवता नाटी पर खूब झूमे. गौरतलब है कि उपमंडल के लोग देवी-देवताओं की आज्ञा के बाद ही एक-दूसरे को रंग लगाते हैं. जब तक देवता आपस में रंग नहीं फेंकते हैं, तब तक लोग एक-दूसरे को रंग नहीं डालते हैं.
देवी-देवताओं संग फागोत्सव के रंग
ऐतिहासिक देवस्थली बलागाड़ और गोशाल गांव में होली पर्व के शुभ अवसर पर फाग पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया गया. रविवार को इस पर्व का निर्वहन करने के लिए उपमंडल के लोगों ने इस पावन पर्व की रस्म को निभाया. फाग पर्व को लेकर उपमंडल के लोग और देवी-देवताओं के हारियान काफी उत्साहित थे.
लाव लश्कर के साथ फाग पर्व का आगाज
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी फाग पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया गया. बुंगडू महादेव और मार्कंडेय ऋषि के हारियान देवताओं को पुरातन वाद्य यंत्रों की और कई स्वर लहरियों की तान पर चनौन पंचायत के गोशाल गांव में पहुंचाया गया. बलागाड़ पंचायत के बला कस्बे में मार्कंडेय ऋषि को सैकड़ों हारियानों के साथ लाव लश्कर के साथ फाग पर्व का आगाज हुआ.
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