कुल्लू: रोहतांग में अटल टनल बनने के बाद जनजातीय क्षेत्र लाहौल स्पीति (Lahaul Spiti) में पर्यटन को बढ़ावा देने की कवायद तेज हो गई है. सर्दियों के मौसम में 6 महीने तक बर्फबारी के कारण कटा रहने वाला लाहौल स्पीति जिला अब अटल टनल रोहतांग (Atal Tunnel Rohtang) बनने के बाद पूरी तरह से बदल गया है. अटल टनल बनने के बाद यहां 12 महीने वाहनों की आवाजाही जारी है तो वहीं इन दिनों पर्यटकों की भी खूब भरमार लाहौल घाटी में दिखाई दे रही है.
वहीं, लाहौल घाटी (Lahaul Valley) में आने वाले सैलानियों को अब जल्द ही साहसिक खेलों (Adventure Games) का मजा लेने को भी मिलेगा. जिला प्रशासन द्वारा लाहौल घाटी के चंद्रा घाटी (Chandra Valley) में छह स्थानों को चिन्हित किया गया है. बीते दिन इन सभी स्थानों पर पैराग्लाइडिंग के ट्रायल भी किए गए हैं जो पूरी तरह से सफल रहे हैं. इसके अलावा चंद्रभागा नदी (Chandrabhaga River) पर भी रिवर राफ्टिंग (River Rafting) के लिए कुछ जगह चिन्हित की गई है.
अटल टनल बनने के बाद रोजाना हजारों वाहन मनाली से लाहौल घाटी जा रहे हैं. लाहौल घाटी में पर्यटकों को रहने के लिए सुविधा मिल सके. इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना (Mukhyamantri Swavalamban Yojana ) के तहत लोगों को आर्थिक मदद दी जा रही है. वहीं, 350 से अधिक होमस्टे भी जिला प्रशासन के पास पंजीकृत हो चुके हैं.
तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा (Technical Education Minister Dr. Ramlal Markanda) का कहना है कि साहसिक खेल (Adventure Games) पहले जिला कुल्लू में ही आयोजित किए जाते थे, लेकिन अब गर्मियों में पर्यटक लाहौल घाटी में राफ्टिंग व पैराग्लाइडिंग (Paragliding) का मजा ले सकेंगे. इसके अलावा सर्दियों में स्की ढलानों को भी विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है, ताकि सर्दियों में स्की का आनंद सैलानी ले सकें. अटल टनल (Atal Tunnel) बनने के बाद रोजाना हजारों सैलानी लाहौल घाटी का रुख कर रहे हैं. वहीं, पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां पर कैफेटेरिया (Cafeteria) भी बनाया जा रहा है.
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