कुल्लू: कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा अपने तीन दिवसीय दौरे पर लाहौल घाटी के केलांग पहुंचे. रामलाल मारकंडा ने कहा कि सुरक्षा और सामरिक दृष्टि से स्पीति के रंगरीक में हवाई पट्टी बनना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस मामले को केंद्र और प्रदेश सरकार ने समक्ष उठाया जाएगा.
मारकंडा ने पूर्व सरकार को घेरते हुए ये आरोप भी लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के बिना अनुमति के रंगरीक हवाई पट्टी का शिलान्यास किया था और बिना सर्वे और बजट के प्रावधान के पट्टिका लगा दी.
मंत्री ने कहा कि विपक्ष समदो-ग्राम्फु सड़क को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है. समदो-ग्राम्फु सड़क के साथ देश मे कुल 18 सड़कें एनएच के अधीन गई हैं. इस सड़क को बीआरओ से लेकर नेशनल हाइवे के अधीन किया गया है और अभी नोटिफिकेशन होने के बाद बीआरओ ने बर्फ हटाने का कार्य रोक दिया था, ऐसे में लोकनिर्माण विभाग से बर्फ हटाने का कार्य पूरा करवाया गया है.
समदो-ग्राम्फु सड़क के लिए 200 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए है. नेशनल हाइवे का सड़क का मापदंड बीआरओ से बहुत अच्छा है. ऐसे में जल्द नेशनल हाइवे के कार्य के लिए एक अधिशाषी अभियंता व तीन सहायक अभियंता व बारह कनिष्ठ अभियंता बैठेंगे जो इस सड़क की देखरेख करेंगे.
उल्लेखनीय है कि लाहौल दौरे में कृषि मंत्री विभिन्न विकास कार्यों की जायजा लेंगे. मंत्री ने बताया कि लाहौल-स्पीति की सीमा चीन से लगती है और आज के हालात व सुरक्षा की दृष्टि से हवाई पट्टी बनना बेहद जरूरी है. इस मामले को जल्द केंद्र सरकार के सामने उठाकर प्रक्रिया में लाया जाएगा. वहीं, रामलाल मारकंडा के लाहौल घाटी पहुंचने पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उनका स्वागत किया.
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