कुल्लू: विधानसभा चुनावों को लेकर जहां टिकट के चाहवान लगता हाईकमान से संपर्क साध रहे हैं, तो वहीं भाजपा भी इस चुनाव में परिवारवाद को बढ़ावा न देने की बात कह रही है. ऐसे में कुल्लू जिले की कुल्लू व बंजार विधानसभा सीट से भाजपा की परिवारवाद की बात को पूरा करना काफी मुश्किल होगा. क्योंकि कुल्लू से राजपरिवार के मुखिया महेश्वर सिंह ने टिकट की दावेदारी पेश की है. वहीं, बंजार विधानसभा से उनके छोटे बेटे हितेश्वर सिंह ने भी चुनावी ताल ठोकी है.
इसी बात पर चर्चा करने को लेकर भाजपा हाईकमान ने पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक महेश्वर सिंह को दिल्ली बुलाया था और अब पूर्व विधायक महेश्वर सिंह दिल्ली से वापस लौट आए (Maheshwar singh returned back to Kullu) हैं. लेकिन परिवारवाद व टिकट को लेकर क्या चर्चा हुई? इसके बारे में अभी कोई बात सामने नहीं आ पाई है. बताया जा रहा है कि उनसे किसी एक सीट पर ही चुनाव लड़ने को कहा गया है. या तो उनका छोटा बेटा बंजार से चुनाव लड़े या फिर वे स्वयं कुल्लू से चुनावी मैदान में उतरें. ऐसे में वे दोनों सीटों पर दावेदारी न पेश करें. (Hiteshwar singh claimed BJP Ticket from Banjar).
विभा सिंह पर भाजपा खेल सकती है दांव: पार्टी सूत्रों की मानें तो बंजार से भाजपा विभा सिंह को टिकट देकर महिला कोटा पूरा करना चाहती है. वहीं, इस पर क्या सहमति बनी, इसको लेकर अभी तक महेश्वर सिंह ने कोई टिप्पणी नहीं की है. बता दें कि महेश्वर सिंह के पुत्र हितेश्वर सिंह ने बंजार विधानसभा से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी रखी है. वहीं, कुल्लू से महेश्वर सिंह भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और वह भी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. लेकिन हाईकमान इस बात से नाखुश है कि जब महेश्वर सिंह कुल्लू से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उनके पुत्र को बंजार से नहीं उतरना चाहिए.
क्या बोले महेश्वर सिंह: बताया जा रहा है कि बीजेपी हाईकमान ने यह भी विकल्प दिया है कि यदि बंजार से चुनाव लड़ना है तो विभा सिंह पर सहमति बनाई जाए. लेकिन अब यह सब टिकट की घोषणा के बाद ही स्पष्ट होगा कि कुल्लू के राजपरिवार का हाईकमान ने क्या भविष्य तय किया है. वहीं, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह का कहना है कि दिल्ली में उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की है और चुनावों को लेकर भी उनकी चर्चा हुई है. उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी बात भाजपा हाईकमान के समक्ष रखी है. अब आगे का फैसला भाजपा हाईकमान के द्वारा ही किया जाएगा.
बता दें कि महेश्वर सिंह भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने हिमाचल में पार्टी को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई है. 40 साल तक भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा में जाकर भी उन्होंने सेवा की है. इसके साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के पद पर भी उन्होंने पार्टी को मजबूत करने का काम किया है. (Himachal assembly election 2022) (Father son Contenders From Kullu Banjar).
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के जमाने से महेश्वर सिंह की हिमाचल ही नहीं बल्कि भाजपा के दिल्ली दरबार तक पहुंची थी. लेकिन उनके राजनीतिक करियर में एक ऐसा भी समय आया जब उन्हें पूरी तरह से हाशिए पर धकेल दिया गया था. उस दिन उन्हें भाजपा से अलग होकर हिमाचल लोकहित पार्टी का भी गठन करना पड़ा था. हिमाचल लोकहित पार्टी के गठन के चलते पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल हिमाचल में मिशन रिपीट नहीं कर सके थे और भाजपा को इसका खासा नुकसान उठाना पड़ा था.
राजनीतिक करियर तलाश रहे हितेश्वर सिंह: भाजपा नेता महेश्वर सिंह के छोटे बेटे हितेश्वर सिंह बंजार विधानसभा क्षेत्र से अपना राजनीतिक करियर तलाश रहे हैं. इससे पहले वे दो बार जेष्ठा और रेला वार्ड से जिला परिषद सदस्य रह चुके हैं. वर्तमान में धाऊगी से उनकी पत्नी विभा सिंह जिला परिषद के रूप में कार्यरत हैं. ऐसे में बंजार विधानसभा क्षेत्र के 3 जिला परिषद वार्ड में उनका जनता के बीच खासा रुतबा है.
वर्तमान में भाजपा के विधायक सुरेंद्र शौरी व हितेश्वर सिंह के बीच तनातनी होने के चलते यहां भाजपा गुटों में बंटी हुई है. ऐसे में भाजपा हाईकमान को यहां पर नेताओं के बीच तालमेल बनाना भी मुश्किल हो गया है. इसके अलावा बंजार विधानसभा क्षेत्र से जिला भाजपा अध्यक्ष भीमसेन शर्मा, डॉ चांद किशोर शर्मा जैसे नेताओं ने भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. (Maheshwar singh claimed BJP Ticket from Kullu).
ये भी पढ़ें: सुक्खू और राणा 21 को भरेंगे नामांकन, 20 को लखनपाल दायर करेंगे पर्चा, भोरंज में सुरेश का नाम लगभग तय