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Kullu Villagers Protest: बरशैणी में लिस्तु नाले पर प्रोजेक्ट के विरोध में उतरे लोग, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी

कुल्लू जिले की ग्राम पंचायत बरशैणी के पुलगा गांव में लिस्तु नाले पर बन रहे पावर प्रोजेक्ट को लेकर यहां के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. लोगों ने लिस्तु नाले पर पावर प्रोजेक्ट बनने का विरोध किया है और प्रशासन से इसे जल्द बंद करने की मांग भी की है. (Kullu Villagers Protest Against Power Project on Listu Nala)

Kullu Villagers Protest Against Power Project on Listu Nala.
कुल्लू में लिस्तु नाले पर पावर प्रोजेक्ट बनाने के विरोध में उतरे ग्रामीण.
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Published : Jun 20, 2023, 5:40 PM IST

कुल्लू में लिस्तु नाले पर पावर प्रोजेक्ट बनाने के विरोध में उतरे ग्रामीण.

कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के ग्राम पंचायत बरशैणी के पुलगा गांव में लिस्तु नाले में पावर प्रोजेक्ट लगाए जाने का स्थानीय ग्रामीण पुरजोर विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग रखी है कि वह इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द बंद करें. ग्रामीणों का कहना है कि अगर यहां पर कंपनी के द्वारा पावर प्रोजेक्ट के कार्य को बंद नहीं किया गया तो वह यहां पर 24 घंटे धरने पर बैठ जाएंगे. बीते दिनों भी ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर कंपनी प्रबंधन और जिला प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया था. वहीं, पंचायत के द्वारा भी प्रस्ताव पारित कर जिला प्रशासन को सौंपा गया था. जिसमें मांग रखी गई थी कि इस नाले में जो प्रोजेक्ट लग रहा है उसे अन्य स्थान पर लगाया जाना चाहिए.

ग्रामीणों ने लिस्तु नाले पर प्रोजेक्ट का किया विरोध: ग्राम पंचायत बरशैणी के प्रधान रविंद्र कुमार व उप प्रधान लूदर चंद ने बताया कि बीते दिनों भी एक बैठक देवता नारायण के प्रांगण में आयोजित हुई थी. बैठक के बाद डैम साइड कार्यस्थल का भी ग्रामीणों के द्वारा दौरा किया गया था. ग्रामीणों ने मांग उठाई है कि लिस्तु नाले से छेड़छाड़ न की जाए. अगर इस नाले से छेड़छाड़ होती है तो गांव की और जाने वाली पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी और इसी पानी से देवता के कार्य भी किए जाते हैं.

'बिना NOC के प्रोजेक्ट बना रही कंपनी': ग्रामीणों ने कहा कि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा लिस्तु नाले में काम करने के लिए पंचायत ने एनओसी नहीं दी गई है. जबकि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जो एनओसी ली गई है वह गरडी नाले की है. पंचायत के लोगों को गरडी नाले में प्रोजेक्ट बढ़ने पर किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं है, लेकिन लिस्तु नाले के पानी से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जिस जगह के लिए एनओसी ली गई है, उन्हें उसी चिन्हित स्थान पर ही प्रोजेक्ट का निर्माण करना चाहिए.

ग्रामीणों की प्रशासन से मांग: पंचायत प्रधान रविंद्र कुमार ने बताया कि इस बार एक जिला प्रशासन को भी अवगत करवाया गया था और अब ग्रामीणों द्वारा मांग रखी गई है कि ग्रामीणों की मांग की है कि किसी भी प्रकार से लिस्तु नाले के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. नाले से छेड़छाड़ करने पर जहां पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी तो वहीं, लोगों की देव आस्था भी खंडित होगी. ऐसे में जिला प्रशासन इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट प्रबंधन को निर्देश जारी करें और यहां प्रोजेक्ट को बंद किया जाए.

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कुल्लू में लिस्तु नाले पर पावर प्रोजेक्ट बनाने के विरोध में उतरे ग्रामीण.

कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के ग्राम पंचायत बरशैणी के पुलगा गांव में लिस्तु नाले में पावर प्रोजेक्ट लगाए जाने का स्थानीय ग्रामीण पुरजोर विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग रखी है कि वह इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द बंद करें. ग्रामीणों का कहना है कि अगर यहां पर कंपनी के द्वारा पावर प्रोजेक्ट के कार्य को बंद नहीं किया गया तो वह यहां पर 24 घंटे धरने पर बैठ जाएंगे. बीते दिनों भी ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर कंपनी प्रबंधन और जिला प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया था. वहीं, पंचायत के द्वारा भी प्रस्ताव पारित कर जिला प्रशासन को सौंपा गया था. जिसमें मांग रखी गई थी कि इस नाले में जो प्रोजेक्ट लग रहा है उसे अन्य स्थान पर लगाया जाना चाहिए.

ग्रामीणों ने लिस्तु नाले पर प्रोजेक्ट का किया विरोध: ग्राम पंचायत बरशैणी के प्रधान रविंद्र कुमार व उप प्रधान लूदर चंद ने बताया कि बीते दिनों भी एक बैठक देवता नारायण के प्रांगण में आयोजित हुई थी. बैठक के बाद डैम साइड कार्यस्थल का भी ग्रामीणों के द्वारा दौरा किया गया था. ग्रामीणों ने मांग उठाई है कि लिस्तु नाले से छेड़छाड़ न की जाए. अगर इस नाले से छेड़छाड़ होती है तो गांव की और जाने वाली पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी और इसी पानी से देवता के कार्य भी किए जाते हैं.

'बिना NOC के प्रोजेक्ट बना रही कंपनी': ग्रामीणों ने कहा कि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा लिस्तु नाले में काम करने के लिए पंचायत ने एनओसी नहीं दी गई है. जबकि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जो एनओसी ली गई है वह गरडी नाले की है. पंचायत के लोगों को गरडी नाले में प्रोजेक्ट बढ़ने पर किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं है, लेकिन लिस्तु नाले के पानी से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जिस जगह के लिए एनओसी ली गई है, उन्हें उसी चिन्हित स्थान पर ही प्रोजेक्ट का निर्माण करना चाहिए.

ग्रामीणों की प्रशासन से मांग: पंचायत प्रधान रविंद्र कुमार ने बताया कि इस बार एक जिला प्रशासन को भी अवगत करवाया गया था और अब ग्रामीणों द्वारा मांग रखी गई है कि ग्रामीणों की मांग की है कि किसी भी प्रकार से लिस्तु नाले के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. नाले से छेड़छाड़ करने पर जहां पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी तो वहीं, लोगों की देव आस्था भी खंडित होगी. ऐसे में जिला प्रशासन इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट प्रबंधन को निर्देश जारी करें और यहां प्रोजेक्ट को बंद किया जाए.

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