कुल्लू: जिला कुल्लू में बीते 2 दिनों से हो रही बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. ऐसे में नदी नालों के खतरे से बचाने के लिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने का इंतजाम भी कुल्लू प्रशासन करेगा. इसके अलावा नदी नालों के किनारे रह रहे झुग्गी झोपड़ियों में प्रवासी लोगों को भी वहां से हटने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
जिला कुल्लू में नदी किनारे पर कई झुग्गी झोपड़ियों में बाहरी राज्यों के मजदूर व अन्य लोग रह रहे हैं. बरसात के मौसम में नदी नालों का पानी उफान पर हैं और बीते दिनों भारी बारिश के चलते कई झोपड़ियों में बारिश का पानी घुस गया था. ऐसे में बाढ़ में उन लोगों के बहने का खतरा भी लगातार बना हुआ है. जिला प्रशासन के द्वारा लगातार ऐसे लोगों को वहां से हटने के बारे में भी निर्देश जारी किए जा रहे हैं.
नगर परिषद कुल्लू के कर्मचारी भी खुद मौके पर जाकर लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि वह झोपड़ियों को खाली कर दें और अपने सामान को लेकर सुरक्षित जगह की ओर जाएं. इसके अलावा नदी किनारे बने हुए घरों से भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है.
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति के पास दूसरी जगह ठहरने की व्यवस्था नहीं है तो जिला प्रशासन के द्वारा उन्हें सुरक्षित जगह पर रहने का इंतजाम भी किया जाएगा. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने सभी लोगों से आग्रह किया है कि वह नदी नालों का रुख बिल्कुल भी ना करें. गौर रहे कि जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में बीते दिनों में बादल फट गया था और उसमें 4 लोग बह गए थे. जिनकी तलाश अभी भी जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही है.
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