कुल्लू: 10,280 फीट ऊंचे जलोड़ी दर्रा होकर गुजरने वाला औट-बंजार-सैंज नेशनल हाईवे एक बार फर छोटे वाहनों के लिए तीन दिन बाद बहाल हो गया है. हाईवे बहाल होने से बाह्य सराज की 58 पंचायतों की जनता को राहत मिली है.
दर्रा बहाल होने से आनी और निरमंड के लोगों के साथ रामपुर, किन्नौर, शिमला जिला के कुमारसैन तथा करसोग इलाके के लोगों को आवाजाही में सुविधा मिलेगी. जलोड़ी दर्रे में सर्दी का दूसरा हिमपात हुआ है. 26 और 27 नवंबर की रात को हुई बर्फबारी से दर्रा बंद हो गया था और बाह्य सराज का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया था.
ऐसे में जरूरतमंद लोगों को कड़ाके की ठंड में एक फीट बर्फ के बीच पैदल गंतव्य तक पहुंचना पड़ा. जलोड़ी दर्रा बंद होने से कुल्लू डिपो की दो बसें और एक सरकारी वाहन फंस गया था. इसके बावजूद एक बस अभी भी इलाके में फंसी हुई है.
जलोड़ी दर्रा में बर्फबारी होने से एनएच-305 का पांच किलोमीटर दायरा प्रभावित हो गया था. ऐसे में एनएच अथॉरिटी ने 28 नवंबर दोपहर बाद दर्रा से स्नो कट्टर से बर्फ हटाने का काम शुरू किया था.
एनएच अथॉरिटी के सुपरवाइजर यशवर ठाकुर ने कहा कि जलोड़ी दर्रा से बर्फ हटाकर छोटे वाहनों के लिए खोल दिया है. उन्होंने कहा कि जलोड़ी दर्रा से सोझा तक वाहनों के फिसलने का खतरा अधिक है.
ऐसे में वाहन चालक किसी तरह का खतरा न उठाएं. उधर, एसडीओ एनएच-305 अरविंद भारद्वाज ने कहा कि बर्फ हटाकर दर्रा छोटे वाहनों के लिए खोल दिया है.