कुल्लू: हिमाचल प्रदेश सरकार कोराना संकट काल में सामाजिक कल्याण योजनाओं का साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सरकार के मातहत भी सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य सावधानियों को बरतकर सरकार की मंशाओं को पूरा करने में लगे हैं.
कुल्लू में डाक विभाग में कार्यरत डाकियों को बुजुर्गों और महिलाओं की पेंशन और जरूरतमंदों को दवाइंया समय पर मिले इसका जिम्मा मिला हुआ है. डाक विभाग के कर्मचारी भी पूरी शिद्दत के साथ अपने काम को अंजाम दे रहे हैं, ताकि सरकार की मंशाओं के साथ-साथ बुर्जगों को मिलने वाली पेंशन का लाभ भी मिल सके. डाक विभाग के कर्मचारी कोविड-19 में सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य सावधानियों को बरतकर काम कर रहे हैं.
डाकियों की जुबानी
पोस्ट ऑफिस में तैनात डाकिए के पद पर काम कर रहे अच्छर सिंह ने बताया सरकार के आदेशों का पालन किया जा रहा है. गांव गांव जाकर पेंशन, दवाइयां बांटने का काम कर रहे हैं. इससे डाकघरों में भीड़ भी कम लग रही है. साथ ही इस दौर में सोशल डिस्टेंसिग का पालन भी हो रहा है. वहीं, कर्मचारी जयकुमार ने बताया कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच भी डाकिए अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं. डाक से आ रही दवाओं को प्रमुखता के साथ संबंधितों के घर पहुंचाया जा रहा है. साथ ही पेंशन का काम भी किया जा रहा है.
राशन भी अतिरिक्त
कोरोना संकटकाल में लोगों को लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौरान राशन की दिक्कत न हो इसके लिए सरकार ने पात्र लोगों को अतिरिक्त राशन देने का फैसला किया.यही कारण है कि लोग अतिरिक्त राशन मिलने के कारण खुश हैं. सरकार की ओर से 3 माह के लिए बीपीएल परिवारों को 5-5 किलो चावल अतिरिक्त मुहैया करवाए जा रहा है.
खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आने वाले पात्र लोगों को भी 3 माह का 15 किलो चावल देना शुरू कर दिया गया है. जिसके चलते कुल्लू में 1 लाख 84 हजार लोगों को इसका फायदा मिला. 3 माह के लिए 3 किलो काले चने की दाल का स्टॉक भी जल्द मिलेगा. जिसका फायदा जिले के 46 हजार से अधिक राशन कार्ड धारकों को होगा.
डिपुओं में भरपूर राशन
जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक पुरुषोत्तम सिंह ने बताया जिले में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आने वाले राशन कार्ड धारकों को 3 माह के लिए 15 किलो अतिरिक्त चावल का स्टॉक दिया गया, जबकि कुछ दिनों में ही काले चने का स्टॉक आने वाला है. उसे भी दिया जाएगा. जिले के राशन कार्ड धारकों को 3 माह के लिए 1-1 किलो काले चने की दाल भी दी जाएगी.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा ख्याल
सरकार ने कोरोना संकट काल में बुजुर्गों को घर तक पेंशन पहुंचाकर जहां डाकघरों में भीड़ को कम करने की कोशिश की. वहीं, डिपुओं में भी राशनकार्ड धारक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए राशन लेकर जा रहे हैं. बता दें कि राशन की समस्याओं को लेकर गरीब परिवारों में चिंता थी, लेकिन सरकार ने सामाजिक कल्याण योजनाओं को चालू रखने की रणनीति बनाकर उसपर काम कर जमीं पर उतारा इसका फायदा अब सभी को मिल रहा हैं.
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