कुल्लू: प्रदेश के खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गृह जिला मुख्यालय ढालपुर क्रिकेट मैदान की खस्ताहाल स्थिति के कारण खिलाड़ियों को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते कुल्लू जिला मुख्यालय में करोड़ों रुपये की आय कमाने वाले मैदान में सिर्फ हजारों रुपये खर्च कर लीपापोती की जा रही है. ढालपुर के क्रिकेट मैदान में दशहरा उत्सव खत्म होने के बाद मैदान खस्ता हाल में है.
इससे मैदान में चारों तरफ गड्डे पड़े हुए हैं. कुल्लू जिला प्रशासन और नगर परिषद कुल्लू मैदान के रख-रखाव के लिए सिर्फ खाना पूर्ति कर रही है. इसके चलते मैदान में अस्थाई टैंट बनाने के बाद नगर परिषद पत्थर, ईंट और शीशे की खाली बोतलें व कूड़ा कचरा दबाकर इन गड्ढों को भर रहा है. इससे इस खेल मैदान मैं खेलने वाले खिलाड़ियों को चोट लग सकती है.
साथ ही इस मैदान का रखरखाव भी ठीक तरह से नहीं किया जा रहा है. इसके चलते आने वाले दिनों में बारिश के बाद फिर से गड्ढों में पानी भरेगा और खिलाड़ियों को खेलने के लिए बेहतर सुविधा नहीं मिल पाएगी.
स्थानीय लोगों का कहना है कि ढालपुर के सभी मैदानों का रख-रखाव के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति होती है. दशहरा उत्सव में इन मैदानों से करीब 7 करोड़ रुपये की आय होती है, लेकिन इनके रखरखाव के लिए मात्र हजारों रुपये खर्च कर सिर्फ लीपापोती की जाती है.
वहीं, एडीएम कुल्लू अक्षय सूद ने बताया कि दशहरा उत्सव के बाद क्रिकेट मैदान को व्यवसायिक गतिविधियों के लिए लगाए गए डोम और अस्थाई मार्केट के कारण काफी क्षति पहुंची है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों को इसके रख-रखाव के लिए बैठक कर उचित निर्देश दिए गए हैं.
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