कुल्लू: नए साल के आगाज के साथ ही पर्यटन नगरी मनाली में 2 जनवरी से विंटर कार्निवल का आयोजन किया जाएगा. 7 जनवरी तक चलने वाले इस विंटर कार्निवल का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे. मनाली प्रशासन ने इस आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. (Winter Carnival will be celebrated in Manali)
महिला मंडलों का नाटी अभ्यास: मनाली विंटर कार्निवल में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. इसके लिए महिला मंडलों की नाटी का अभ्यास इन दिनों मनाली में किया जा रहा है. विंटर कार्निवल के पहले दिन माता हिडिम्बा के मंदिर से मनाली के माल रोड तक भव्य झांकियां निकाली जाएंगी. इसको लेकर भी तैयारियां की जा रही है. (Hidimba Temple Manali) (Manali Winter Carnival 2023)
11 थीम पर निकलेंगी झांकियां: इस वर्ष की झाकियां 11 थीम पर आधरित होगी. महिला सशक्तिकरण, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, नशा निवारण, अनेकता में एकता (भारत जोड़ो) पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान जैसी झाकियां सामाजिक जागरूकता का पाठ पढ़ाएंगी वहीं, लुप्त होती विरासतें, पुराना अनाज, जैविक खेती, पर्यटन सबंधी गतिविधियां,पारंपरिक त्योहारों की झाकियां पुरातन संस्कृति से अवगत कराएंगी.
विंटर क्वीन प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण : एसडीएम मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर बताया कि राष्ट्रीय स्तरीय विंटर कार्निवल की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू विंटर कार्निवल का शुभारंभ करेंगे. उन्होंने बताया कि विंटर क्वीन प्रतियोगिता कार्निवल का मुख्य आकर्षण होगी.विंटर क्वीन और वॉयस ऑफ कार्निवल के लिए जल्द ऑडिशन होंगे. (winter queen contest)
कई राज्य लेंगे हिस्सा: उन्होंने बताया कि इसके अलावा बाहरी राज्य की टीमों को आमंत्रण पत्र भेज दिए गए हैं. कार्निवल में प्रदेश सहित बाहरी राज्यों की 2 दर्जन से अधिक टीमों के भाग लेने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इस बार उत्सव के आयोजन को लेकर समय कम मिला है. कार्निवल की रूपरेखा तैयार है और जनता के सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं. (CM Sukhvinder will inaugurate Manali Winter Carnival)
कब हुई विंटर कार्निवल की शुरुआत- विंटर कार्निवल की शुरुआत 1977 में हुई थी. हिमाचल प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार ने कार्निवल का उद्घाटन किया था. कार्निवल मनाली के पर्वतारोहण संस्थान के संस्थापक हरनाम सिंह के दिमाग की उपज था. प्रारंभ में कार्निवल को उस अवसर के रूप में सोचा गया था जब सोलंग घाटी में स्कीइंग को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा दिया जा सकता था. 1985-1992 की अवधि के दौरान मनाली के एक क्लब मनाली कला केंद्र ने विंटर कार्निवल का आयोजन किया था. वर्ष 1993 में क्लब ने ट्रियोस मुंबई के साथ इस कार्निवल का आयोजन किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम इसका महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए. वर्ष 1999 में, कार्निवल को राज्य स्तर के एक समारोह का दर्जा मिला और फिर यह राज्य के सांस्कृतिक कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया.
साल 2008 में कार्निवल एक अलग ऊंचाई पर पहुंच गया क्योंकि कार्निवल के दौरान सांस्कृतिक और स्कीइंग प्रतियोगिताओं को एक साथ आयोजित किया गया था. साल 2011 में इसे राष्ट्रीय स्तर का दर्जा प्रदान किया गया हे. इस पांच दिवसीय विंटर कार्निवल में सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. जिसमें हिमाचल के विभिन्न जिलों के अलावा भारत के विभिन्न राज्यों से टीमें विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लेती हैं. वही वॉइस ऑफ कार्निवल व विंटर क्वीन इस प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण रहते हैं.
मनाली का विंटर कार्निवल में कई सांस्कृतिक और खेल कार्यक्रमों का आयोजन होता है. हर साल जनवरी के पहले हफ्ते में होने वाले इस कार्निवल में देशभर से प्रतिभागी हिस्सा लेने आते हैं. साथ ही नए साल के मौके पर भारी संख्या में पर्यटक भी मौजूद रहते हैं. शुरुआत में कार्निवल में मुख्य रूप से शीतकालीन खेलों का आयोजन किया जाता था लेकिन समय के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों को शामिल किया गया. आज ये सांस्कृतिक कार्यक्रम मनाली में इस शीतकालीन कार्निवल का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं. (Winter Queen Contest in Manali Winter Carnival)
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