कुल्लूः प्रदेश में सोमवार से सार्वजनिक परिवहन सेवा शुरू हो गई है. हालांकि अभी बसों की संख्या काफी कम है, लेकिन परिवहन सेवा शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी काफी राहत मिली है. कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद प्रदेश में बस सेवा को बंद कर दिया था. ऐसे में ग्रामीण इलाकों में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.
सोमवार को जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में भी लोगों की काफी भीड़ नजर आई. तो वहीं, बस सेवा शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग अपने कार्य के लिए ढालपुर पहुंचे. हिमाचल पथ परिवहन निगम कुल्लू डिपो ने भी सोमवार को पहले दिन जिले में 45 रूटों पर बस सेवा को शुरू किया है. इसमें कुल्लू-शिमला, पठानकोट, बागीपुल, दलाश सहित 5 लंबे रूट भी शामिल हैं.
निजी बस ऑपरेटरों ने 20 रूटों पर चलाई बसें
वहीं, कुल्लू के ग्रामीण इलाकों में निजी बस ऑपरेटर संघ ने भी 150 रूटों में से 20 रूटों पर बसें चलाई हैं. हालांकि निजी ऑपरेटर इन रूटों को ट्रायल के तौर पर शुरू कर रहे हैं. अगर सवारियां मिलती हैं तो इन रूटों की संख्या बढ़ाने पर ऑपरेटर विचार करेंगे.
गौर रहे कि एक महीने से बस सेवाएं बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को दिक्कतें आ रही थीं. हालांकि सरकार ने बसों को 50 फीसदी क्षमता के साथ चलाने को कहा है, लेकिन बस सेवा शुरू होने से लोगों को काफी सुविधा मिली है.
क्या कहते हैं क्षेत्रीय प्रबंधक
वहीं, हिमाचल पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक डीके नारंग ने कहा कि सोमवार से 45 रूटों पर बसें शुरू कर दी गई है. वहीं, ऑटो व टैक्सियों के चलने से भी बेरोजगार चालकों को भी रोजगार मिला है.
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