Budhaditya Yog 2023: बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाग में बनता है उस भाग को प्रबलता प्रदान करता है. ज्योतिषों की मानें तो बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है. बता दें कि 27 फरवरी 2023 को बुध ग्रह कुंभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं. वहीं, कुंभ राशि में पहले से ही शनि ग्रह और सूर्य ग्रह विराजमान हैं. ऐसे में सूर्य और बुध ग्रह की युति से बुधादित्य योग बन रहा है, जिसे राजयोग भी कहते हैं. यह राजयोग कई जातकों के लिए बहुत फलदायी होता है.
कब से शुरू होगा बुधादित्य योग: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहों की युति से बनने वाला बुधादित्य योग कुछ राशियों के लिए विशेष होने वाला है. कुल्लू के पंडित राजकुमार शर्मा ने बताया कि 3 राशियों के जातकों को बुधादित्य योग से काफी लाभ मिलेगा. 27 फरवरी से कुंभ राशि में बनने जा रहा बुधादित्य योग सभी राशियों पर अपना प्रभाव डालेगा, लेकिन तीन ऐसी राशियां हैं जिन्हें यह युति शुभ फल देगी. 27 फरवरी को शाम 4 बजकर 55 मिनट पर बुध कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. जहां शनि और सूर्य पहले से मौजूद हैं, सूर्य और शनि पिता-पुत्र हैं. बुध और सूर्य यानी आदित्य का एक ही राशि में आना बुधादित्य योग कहलाता है. पंडित राजकुमार शर्मा के मुताबिक इस योग का असर सभी 12 राशियों पर पड़ेगा. कुछ राशियों के लिए ये योग बहुत ही शुभ रहने वाला है.
मेष- पंडित राजकुमार शर्मा के अनुसार मेष राशि वालों के लिए बुधादित्य योग सामान्य ही रहेगा. बुध व सूर्य ग्रह की युति से उन्हें अपने भाग्य का साथ मिलेगा और मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी.
वृषभ- इस राशि के जातकों को बुधादित्य योग गुड न्यूज लाएगा. बुध के कुंभ में गोचर होने से वृषभ राशि के लोगों को नौकरी में तरक्की मिल सकती है. पैसों की बचत के साथ-साथ निवेश भी फायदेमंद साबित होगा. अपने करियर में अच्छे ऑफर मिलेंगे और पार्टनरशिप में भी काम करने में सफलता मिलेगी.
मिथुन- बुधादित्य योग का लाभ मिथुन राशि के जातकों को भी मिल सकता है. इस योग से मिथन राशि के लोगों के रुके हुए काम सफल होंगे और लाभ भी मिलेगा. इस योग में अपने नए कार्यों को भी शुरू कर सकते हैं. मिथुन राशि वालों की आर्थिक स्थिति भी ठीक रहेगी.
कर्क- बुधादित्य योग में कर्क राशि वालों के लिए बुध तीसरे और बारहवें घर के स्वामी होते हैं और उनका गोचर आठवें भाव में स्थित होता है. ऐसे में पराक्रम के स्वामी शनि से युति शुभ फलदाई नहीं होगी. कर्क राशि वालों का भाईयों से मनमुटाव हो सकता है. साथ ही रोग होने और आर्थिक समस्याएं भी झेलनी पड़ सकती है.
सिंह- इस राशि के स्वामी सूर्य हैं और बुध गोचर होने से सूर्य के साथ युति करेंगे. सिंह राशि के जातकों को बुधादित्य योग काफी लाभ देने वाला है. सिंह राशि के जातकों के प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी और निजी जीवन भी सुखी रहेगा. उनकी लव लाइफ में भी रोमांच आएगा और छात्रों के लिए किसी संस्थान में दाखिला लेने का बहुत अच्छा मौका है.
कन्या- इस राशि के जातकों के लिए बुध लग्नेश और दसवें भाव के स्वामी होते हैं. इस समय बुध का गोचर उनके छठे भाव में होगा और शनि व बुध की युति से दुश्मन ज्यादा हो सकते हैं. इसके अलावा कार्यस्थल पर भी उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा और नौकरी में भी काफी बाधाएं उठानी पड़ सकती हैं. इस राशि के लोगों का खर्च भी बढ़ेगा.
तुला- बुधादित्य योग तुला राशि के लिए इनकम के नए रास्ते खोलेगा. इनके रुके हुए काम भी संपन्न होंगे और प्रतियोगी परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को सफलता हासिल होगी.
वृश्चिक- इस राशि के लोगों के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है और बुध का गोचर चौथे भाव में होगा. इस राशि के जातक की कुंडली शनि की ढैय्या प्रवेश कर चुकी है और आठवें भाव में शनि के गोचर करने से उन्हें मानसिक परेशानी होगी. वहीं, उनकी नौकरी पर भी संकट आ सकता है व पारिवारिक कलह का भी सामना करना पड़ सकता है.
मकर- बुधादित्य योग इन जातकों के लिए खूब पैसा कमाने का मौका लाएगा. वहीं, इस राशि के जातकों का कहीं पैसा फंसा हुआ है तो उसके वापस मिलने की भी पूरी संभावना है. मकर राशि के लोग नई जमीन और गाड़ी भी खरीद सकते हैं. व्यापारियों को लाभ मिलने की पूरी संभावना है.
धनु- इस राशि के लोगों के लिए बुधादित्य योग खुशखबरी लगाएगा. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और परिवार में किसी को नौकरी मिलने की संभावना है. लेकिन सेहत खराब हो सकती है इसलिये विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.
कुंभ- इस राशि के जातकों को बुधादित्य योग पदोन्नति के अवसर दिलाएगा. इस योग में उन्हें विदेश यात्रा का भी लाभ मिल सकता है. कुंभ राशि में शनि और सूर्य के बाद बुध की एंट्री हो रही है, जिसका लाभ तो मिलेगा लेकिन इस युति से कोई बीमारी परेशान कर सकती है.
मीन- इस राशि के जातकों पर बुधादित्य योग का सामान्य प्रभाव रहेगा. मीन राशि के स्वामी बृहस्पति माने जाते हैं और इनकी मित्रता सूर्य ग्रह के साथ है. वहीं, शनि और बुध के एक साथ गोचर होने से इस राशि के जातकों पर कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा. गौरतलब है कि बुध 27 फरवरी को कुंभ राशि में गोचर होंगे. जहां वो करीब 17 दिन रहने के बाद 16 मार्च की सुबह मीन राशि में गोचर होंगे.
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