कुल्लूः जिला में बुधवार रात से ही रही लगातार बारिश और ओले गिरने से एचआरटीसी के करीब 70 से अधिक बस रूटों पर वाहनों के पहिए थम गए. जगह-जगह मार्ग पर भूस्खलन होने से लगभग 15 बसें विभिन्न स्थानों में फंसी रही.
कुल्लू-तेलंग, कुल्लू-ब्यास के दो रूट, मनाली-सोलंगनाला, मनाली-डोभी, कुल्लू-रैला, कुल्लू-शाघड़, कुल्लू-नियूली, कुल्लू-बालू, कुल्लू-गाहर के तीन रूट, कुल्लू-पीणी, कुल्लू-सारी, कुल्लू-बस्तुरी, कुल्लू-खणीपादें के तीन रूट, कुल्लू-नग्गर-मनाली के पांच रूट, कुल्लू-बाराहार के दो रूट, कुल्लू-मणिकर्ण के तीन रूट, सहित एनएच 305 औट-लुहरी-सैंज मार्ग पर आठ रूट और आनी क्षेत्र में भी कई बस रूट प्रभावित हुए हैं.
जिला के 12 रूटों पर एचआरटीसी की बसें भी फंसी हुई हैं. इसमें पीज, खणीपादे, भल्याणी, कालंग, बाराहार, ब्यासर, सैंज, बंजार आदि में बसें फंस गई है. इन रूटों पर अत्यधिक भूस्खलन हुआ है और मार्ग पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं. सबसे अधिक असर ऊझी घाटी, बंजार व आउटर सिराज में पड़ा है. ग्रामीणों इलाकों में भी रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी दिन भर होती रही. लोक निर्माण विभाग को दिसंबर से अब तक करीब 7 करोड़ की चपत लग चुकी है.
कुल्लू बस अड्डा प्रभारी सुरेश का कहना है कि एचआरटीसी के रूट जगह-जगह प्रभावित हुए हैं, लगातार बारिश से मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं. इस कारण एचआरटीसी की कई बसें भी फंसी हैं. जैसे ही मार्ग बहाल होंगे तो सभी रूटों पर बसें भेजी जाएगी.