कुल्लू: रोहतांग बहाल होने के बाद बीते दिन 101 वाहनों ने दर्रा पार किया है. वाहनों में सैकड़ों लोग दर्रे के आर-पार हुए हैं. इससे लोगों को राहत मिली है.
टनल से आवाजाही की अनुमति न मिलने से लाहौल जाने वाले और लाहौल से कुल्लू की तरफ आने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. गुलाबा की ओर से बुधवार को सुबह के समय रोहतांग की ओर वाहन छोड़े गए. इसके बाद कोकसर की ओर से दोपहर बाद वाहनों को छोड़ा गया.
कोकसर चौकी से मिली जानकारी के अनुसार कोकसर से शाम तीन बजे 52 छोटे बड़े वाहन मनाली के लिए छोड़े गए. मनाली से कुल 49 वाहन कोकसर पहुंचे. हालांकि रोहतांग में बर्फ जम जाने के कारण सफर काफी जोखिम भरा हो गया है. सड़क में हादसों की आशंका भी बनी हुई है.
हादसों की आशंका को देखते हुए बीआरओ की टीम लगातार मुस्तैद है, लेकिन रोहतांग में मौसम खराब होते ही बर्फ के फाहे गिरने शुरू हो गए. सुरंग से लाहौल आने वाले यात्रियों को नहीं भेजने पर लोगों ने प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी. इसके बाद रात्रि 12 बजे के बाद बीआरओ ने सुरंग से जाने की अनुमति देकर राहत पहुंचाई थी. लोग अपने गंतव्य तक पहुंचे थे.
कोकसर चौकी प्रभारी एएसआई राजेश ने कहा कि बुधवार सुबह पहले गुलाबा बैरियर से वाहनों को रोहतांग दर्रा की ओर छोड़ा गया, जिसमें शाम तक 49 छोटे-बड़े वाहन कोकसर पहुंचे. लाहौल की तरफ कोकसर से शाम चार बजे तक 52 छोटे और बड़े वाहनों को मनाली की ओर भेजा गया. उन्होंने कहा कि रोहतांग में मौसम की स्थिति को देखकर ही वाहनों को रोहतांग दर्रा पार करने की अनुमति दी जा रही है.
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