किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में बर्फबारी के बाद ठंड के साथ साथ अब पीने के पानी के लिए भी भटकना पड़ रहा है. लोगों को अब एक वक्त के पीने के पानी के लिए भी कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है. वहीं, बर्फबारी में जान जोखिम में डालकर भी लोगों को सिर्फ एक ही वक्त का पानी नसीब हो रहा है.
बता दें कि जिला किन्नौर में तापमन माइनस 18 से 20 डिग्री तक नीचे लुढ़क रहा है. ऐसे में लोगों के मकानों की सारी पाइपलाइनें जम गई हैं. इससे पीने के पानी की समस्या पैदा हो गई है, जिसके चलते लोगों को अब कुछ चयनित स्थानों पर जाकर पीने का पानी भरना पड़ा रहा है. इस लंबे सफर में ही एक से डेढ़ घंटे लग जाते हैं. गौरतलब है कि इन दिनों बर्फबारी के कारण जिला में लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए भी काफी परेशानी हो रही है.
जिला में लगातार बर्फबारी में पीने के पानी की समस्याओं के चलते किन्नौर के कुंनोचारनग और छितकुल के साथ कई अन्य इलाकों में लोग अब बर्फ के पानी को पिघलाकर पी रहे है. इन स्थानों पर अब फरवरी के बाद ही पानी के नल खुल सकते हैं. ऐसे में इन ग्रामीण क्षेत्रो में लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
इस बारे में उपायुक्त किन्नौर गोपालचंद ने कहा कि जिला में पानी की सारी पाइपलाइनें जमने के कारण पानी की समस्या आई है. आईपीएच विभाग बर्फबारी में भी पाइपलाइनों को ठीक करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि मौसम थमने के बाद पानी की समस्या थोड़ी कम होगी. फिलहाल भारी बर्फबारी के कारण किन्नौर में प्रशासन हो या फिर आम जनता सबकी परेशानी बढ़ गई है.
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