किन्नौर: उत्तराखंड के हर्षिल से छितकुल ट्रैकिंग पर आए 8 ट्रैकर्स समेत 11 लोग खराब मौसम की वजह से लापता हो गए हैं. खबर मिलते ही एसडीआरएफ की टीम हेलीकॉप्टर से लापता ट्रैकर्स का पता लगाने और उन्हें बचाने की तैयारी में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार कोलकाता के सात, दिल्ली के एक पर्यटक और उत्तरकाशी के तीन रसोइयों को मिलाकर टीम 11 अक्टूबर को हर्षिल से छितकुल के लिए रवाना हुई थी और 19 अक्टूबर को वहां पहुंचने वाली थी. हालांकि, जब यह मंगलवार को छितकुल नहीं पहुंची, तो चिंतित ट्रैक आयोजकों ने उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन को सूचित किया.
जिला किन्नौर के डीसी आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि 14 अक्टूबर को कुछ ट्रैकर उत्तरकाशी के हर्षिल से लवखागा होते हुए छितकुल के रानी कंडा ट्रैकिंग पर निकले थे. जिसकी सूचना उन्हें उत्तराकाशी के ट्रैकिंग कम्पनी व सबंधित विभाग द्वारा दी गई है. उन्होंने बताया कि टीम में 8 ट्रैकर व 3 रसोइयों के साथ होने की सूचना मिली है. गुरुवार सुबह आईटीबीपी की टीम चितकुल के रानी कंडा होते हुए इन सभी ट्रैकरों को रेस्क्यू करने का काम शुरू करेगी.
टीम के सदस्यों की पहचान दिल्ली की अनीता रावत (38 वर्ष) और पश्चिम बंगाल के मिथुन दारी (31 वर्ष), तन्मय तिवारी (30 वर्ष), विकास मकल (33 वर्ष) सौरव घोष (34 वर्ष) सावियन दास (28 वर्ष), रिचर्ड मंडल (30 वर्ष), सुकेन मांझी (43 वर्ष) के तौर पर हुई है. खाना पकाने वाले कर्मचारियों की पहचान देवेंद्र (37), ज्ञान चंद्र (33) और उपेंद्र (32) के रूप में हुई है. सभी उत्तरकाशी के पुरोला के रहने वाले हैं.
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