किन्नौर: जिला किन्नौर के तेजेन्द्रा सोशल वेलफेयर और सिटीजन प्रोटेक्शन सोसाइटी के चेयरमैन व सामाजिक कार्यकर्ता शेर सिंह नेगी ने ऑनलाइन गेम तम्बोला का विरोध किया है. शेर सिंह नेगी ने तम्बोला खेल का विरोध करते हुए कहा है कि आज प्रदेश के कुछ जिलों समेत किन्नौर जिले में ऑनलाइन तम्बोला नामक गेम ने युवाओं समेत महिलाओं, बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है और लोग अपनी कमाई का बहुत सारा धन इस गेम्बलिंग में लुटा रहे हैं.
शेर सिंह नेगी ने कहा कि तम्बोला एक ऑनलाइन गेम की प्रक्रिया है. जिसमें कुछ समूहों द्वारा ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड के तहत तम्बोला शीट यानि पर्चा जिसपर कुछ अंक लिखे होते हैं और शीट नंबर लगा होता है जो सैकड़ों की संख्या में लोगों को देश प्रदेश में बेचा जाता है. जिसके बाद एक निर्धारित समय खासकर शाम 6 बजे से 10 बजे तक Zoom ऐप व विभिन्न ऑनलाइन लाइव स्ट्रिमिंग के माध्यम से गेम करवाया जा रहा है जिसमें हजारों लोग जुड़ते हैं और गेम के अंत में किसी एक व्यक्ति का लाखों में इनाम निकलता है और कुछ लोगों का हजारों या सैकड़ों रुपये में इनाम होता है, जबकि इस खेल में किसी प्रकार का लाइसेंस या फिर कोई कार्यालय, व सरकारी अधिकारी की अनुमति पत्र आदि नहीं है.
ऐसे में इस खेल पर हजारों लोगों से तम्बोला के आयोजक धन उगाई कर रहे हैं. लेकिन आम लोगों के रुपयों का दुरूपयोग हो रहा है व लोगों को इसकी लत लगने के कारण लोग बहुत सारे काम भी छोड़ रहे हैं. इस गेम को महिलाओं समेत छोटे बच्चे भी खेल रहे हैं यह खेल किसी नशे या जुए से कम नहीं है. ऐसे में इस विषय को लेकर उपायुक्त किन्नौर व बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी को भी ज्ञापन सौंपा है कि तम्बोला खेल को जिले में बंद करवाया जाए या इस खेल को करवाने वालों के खिलाफ जांच हो.
उन्होंने कहा कि सरकार को इस खेल से जीएसटी देने की बात कही जा रही है, लेकिन जीएसटी देना किसी खेल की असलियत और खेल के सेहत के बारे मे प्रमाण नहीं दे सकती बल्कि किन्नौर जिले में पनप रहे इस ऑनलाइन खेल के नशे से लोगों को बाहर निकालने की आवश्यकता है अन्यथा एक समय जिले में लोगों को आर्थिक रूप से परेशानियां आ सकती हैं और इसके नशे में लोगों को कई चीजें दांव पर लगानी पड़ सकती हैं.
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