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रिकांगपिओ के वर्षाशालिका की हालत खराब, लोगों को हो रही परेशानी - kinnaur news

जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में बस स्टॉप के पास एकमात्र वर्षाशालिका की हालत काफी खस्ता है. वर्षाशालिका की खस्ता हालत के चलते रोजाना सफर करने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

reckong peo rain shelter in bad condition
रिकांगपिओ के वर्षाशालिका की हालत खराब
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Published : Dec 18, 2019, 8:55 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में बस स्टॉप के पास एकमात्र वर्षाशालिका की हालत काफी खस्ता है. वर्षाशालिका की खस्ता हालत के चलते रोजाना सफर करने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

बता दें कि रिकांगपिओ में स्थित इस वर्षाशालिका को बने कई साल हो गए, लेकिन इसके जीर्णोद्धार पर प्रशासन ने अब तक ध्यान नहीं दिया है. इस वर्षाशालिका में रोजाना सैकड़ों लोग बैठते है, लेकिन अब इस वर्षाशालिका की हालत इतनी खराब है कि इसकी छत की सीलिंग टूटी फूटी हुई है. इसके चलते अब वर्षाशालिका के छत से पानी टपकने लगता है. साथ ही इसमें बैठने के लिए बनाए हुए लोहे के बेंच भी टूट गए हैं.

reckong peo rain shelter in bad condition
रिकांगपिओ के वर्षाशालिका की हालत खराब

रिकांगपिओ में स्थित इस वर्षाशालिका की सुंदरता के लिए इसकी दीवारों पर लाखों रुपये खर्च कर सरकार ने किन्नौर और प्रदेश के बड़े बड़े पर्यटन स्थलों की तस्वीरें लगाई थी, लेकिन अब उन तस्वीरों के शीशे टूटे हुए हैं साथ ही तस्वीरों का रंग भी गायब हो चुका है. सरकार ने इस वर्षाशालिका में इन तस्वीरों को पर्यटन की दृष्टि से लगाया था, लेकिन अब तस्वीरों के साथ वर्षाशालिका की हालत भी खराब है. इसके चलते सर्दियों की बर्फबारी में अब इसकी छत के टूटने का भी खतरा बना हुआ है.

बता दें कि रिकांगपिओ में स्थित यह वर्षाशालिका ठीक जिला प्रशासन के कार्यालय के पास होने के बावजूद भी इस वर्षाशालिका को आज तक ठीक नहीं किया गया है.

वीडियो रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: हिमाचल को बचाना है : नशे पर रोकथाम के लिए शिमला में 6 राज्यों की पुलिस ने बनाई रणनीति

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में बस स्टॉप के पास एकमात्र वर्षाशालिका की हालत काफी खस्ता है. वर्षाशालिका की खस्ता हालत के चलते रोजाना सफर करने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

बता दें कि रिकांगपिओ में स्थित इस वर्षाशालिका को बने कई साल हो गए, लेकिन इसके जीर्णोद्धार पर प्रशासन ने अब तक ध्यान नहीं दिया है. इस वर्षाशालिका में रोजाना सैकड़ों लोग बैठते है, लेकिन अब इस वर्षाशालिका की हालत इतनी खराब है कि इसकी छत की सीलिंग टूटी फूटी हुई है. इसके चलते अब वर्षाशालिका के छत से पानी टपकने लगता है. साथ ही इसमें बैठने के लिए बनाए हुए लोहे के बेंच भी टूट गए हैं.

reckong peo rain shelter in bad condition
रिकांगपिओ के वर्षाशालिका की हालत खराब

रिकांगपिओ में स्थित इस वर्षाशालिका की सुंदरता के लिए इसकी दीवारों पर लाखों रुपये खर्च कर सरकार ने किन्नौर और प्रदेश के बड़े बड़े पर्यटन स्थलों की तस्वीरें लगाई थी, लेकिन अब उन तस्वीरों के शीशे टूटे हुए हैं साथ ही तस्वीरों का रंग भी गायब हो चुका है. सरकार ने इस वर्षाशालिका में इन तस्वीरों को पर्यटन की दृष्टि से लगाया था, लेकिन अब तस्वीरों के साथ वर्षाशालिका की हालत भी खराब है. इसके चलते सर्दियों की बर्फबारी में अब इसकी छत के टूटने का भी खतरा बना हुआ है.

बता दें कि रिकांगपिओ में स्थित यह वर्षाशालिका ठीक जिला प्रशासन के कार्यालय के पास होने के बावजूद भी इस वर्षाशालिका को आज तक ठीक नहीं किया गया है.

वीडियो रिपोर्ट

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Intro:किन्नौर न्यूज़।

रिकांगपिओ के वर्षाशालिका की हालत खराब,छत के परखचे उड़े,दीवारों पर लगे तस्वीरों से उड़ने लगे रंग,बैठने के बैंच टूटी फूटी अवस्था मे,लोगो को हो रही परेशानी।

किन्नौर-जनजातीय जिला किंन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में बस ठहराव के समीप एक मात्र वर्षाशालिका की हालत काफी गम्भीर है जिसके चलते रोज़ाना सफर करने वाले लोगो व पर्यटको को काफी परेशानी हो रही है।



Body:बता दे कि रिकांगपिओ स्थित वर्षाशालिका को बने कई वर्ष हो गए लेकिन इसके जीर्णोद्धार पर प्रशासन ने अब तक ध्यान नही दिया है इस वर्षाशालिका में रोज़ाना सैकड़ो लोग बैठते है लेकिन अब इस वर्षाशालिका की हालत इतनी खराब है कि इसके छत की सीलिंग टूटी फूटी हुई है,जिसके चलते अब वर्षाशालिका के छत से पानी टपकने लगता है और बैठने के लिए बनाए हुए लोहे के बेंच भी टूटकर बिखर गए है।





Conclusion:रिकांगपिओ स्थित इस वर्षाशालिका की सुंदरता के लिए इसकी दीवारों पर लाखों रुपये खर्च कर सरकार ने किंन्नौर व प्रदेश के बड़े बड़े पर्यटन स्थलों के तस्वीरे लगाई थी लेकिन अब उन तस्वीरों के शीशे टूटे हुए है और तस्वीरों की रंग भी गायब हो चुकी है ,सरकार ने इस वर्षाशालिका में इन तस्वीरों को पर्यटन की दृष्टि से लगाया था परंतु अब तस्वीरों के साथ वर्षाशालिका की हालत बहुत खराब है जिसके चलते सर्दियों की बर्फभारी में अब इसकी छत के टूटने का भी खतरा बना हुआ है,बता दे कि रिकांगपिओ स्थित यह वर्षाशालिका ठीक जिला प्रशासन के कार्यालय के समीप होने के बावजूद भी इस वर्षाशालिका को आज तक ठीक नही किया गया है।
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