किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में बस स्टॉप के पास एकमात्र वर्षाशालिका की हालत काफी खस्ता है. वर्षाशालिका की खस्ता हालत के चलते रोजाना सफर करने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
बता दें कि रिकांगपिओ में स्थित इस वर्षाशालिका को बने कई साल हो गए, लेकिन इसके जीर्णोद्धार पर प्रशासन ने अब तक ध्यान नहीं दिया है. इस वर्षाशालिका में रोजाना सैकड़ों लोग बैठते है, लेकिन अब इस वर्षाशालिका की हालत इतनी खराब है कि इसकी छत की सीलिंग टूटी फूटी हुई है. इसके चलते अब वर्षाशालिका के छत से पानी टपकने लगता है. साथ ही इसमें बैठने के लिए बनाए हुए लोहे के बेंच भी टूट गए हैं.
रिकांगपिओ में स्थित इस वर्षाशालिका की सुंदरता के लिए इसकी दीवारों पर लाखों रुपये खर्च कर सरकार ने किन्नौर और प्रदेश के बड़े बड़े पर्यटन स्थलों की तस्वीरें लगाई थी, लेकिन अब उन तस्वीरों के शीशे टूटे हुए हैं साथ ही तस्वीरों का रंग भी गायब हो चुका है. सरकार ने इस वर्षाशालिका में इन तस्वीरों को पर्यटन की दृष्टि से लगाया था, लेकिन अब तस्वीरों के साथ वर्षाशालिका की हालत भी खराब है. इसके चलते सर्दियों की बर्फबारी में अब इसकी छत के टूटने का भी खतरा बना हुआ है.
बता दें कि रिकांगपिओ में स्थित यह वर्षाशालिका ठीक जिला प्रशासन के कार्यालय के पास होने के बावजूद भी इस वर्षाशालिका को आज तक ठीक नहीं किया गया है.
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