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कल्पा घूमने जा रहे हैं तो पहले पढ़ें ये चेतावनी, स्थानीय लोगों को हो रही है परेशानी

किन्नौर के कल्पा पंचायत प्रधान ने जिला के सभी लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति बिना वजह कल्पा की पहाड़ियों पर घूमने जाने से एहतिहात बरतें. पंचायत प्रधान ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई कल्पा की पहाड़ियों की ओर जाता है तो प्लास्टिक से बनी चीजों को ना ले जाएं और गंदगी फैलाने से बचें.

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Published : Jul 13, 2020, 6:36 PM IST

pollution in kinnaur
फोटो.

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा पंचायत प्रधान प्रवीण नेगी ने जिला के सभी लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति बिना वजह कल्पा की पहाड़ियों पर जाने से एहतिहात बरतें. पंचायत प्रधान का कहना है कि कल्पा पंचायत के लोगों के पीने के पानी के साथ चरागाहों में गंदगी फैल रही है. जिससे कल्पा के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कल्पा पंचायत के पीने के साथ सिंचाई का पानी पहाड़ियों से होकर गांव के लिए आता है. बाहरी लोग जब यहां घूमने के लिए आते हैं, तो वह कूड़ा सही से नहीं फेंकते हैं, जिस वजह से पानी गंदा हो रहा है. कल्पा की पहाड़ियों के बीच चाखा पर्यटन स्थल है, जहां से कल्पा के ग्रामीणों के सिंचाई व पीने के पानी का मुख्य स्त्रोत है.

वीडियो.

वहां इन दिनों बाहरी लोग गुपचुप तरीके से लोग घूमने जा रहे हैं, इस दौरान लोग प्लास्टिक से बनी चीजों को पानी के स्त्रोत व चरागाह में फेंक रहे हैं, जिसके चलते पशुओं को भी चरागाह में घास के साथ अनावश्यक चीजें खा रहे हैं.जिससे पशुओं की सेहत पर भी प्रभाव पड़ रहा है. साथ ही पानी व वातावरण प्रदूषित हो रहा है.

ऐसे में पंचायत प्रधान ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई कल्पा की पहाड़ियों की ओर जाता है, तो प्लास्टिक से बनी चीजों को न ले जाएं और गंदगी फैलाने से बचें. बता दें कि प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों हिमाचल को पर्यटन के लिए खोला दिया है, जिसके बाद जिला के विभिन्न क्षेत्रों के लोग कल्पा के पहाड़ियों पर लोग घूमने फिरने के बहाने जा रहे हैं. ऐसे में लोग खाने पीने के बाद व्यर्थ प्रदार्थों को खुले में फेंक रहे हैं. जिसके चलते पर्यावरण व पीने के पानी प्रदूषित हो रहा है.

पढ़ें: इस पौधे पर एक साथ लगते हैं 'प्याज' और मसाले, बीमारियों से भी रखता है दूर

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा पंचायत प्रधान प्रवीण नेगी ने जिला के सभी लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति बिना वजह कल्पा की पहाड़ियों पर जाने से एहतिहात बरतें. पंचायत प्रधान का कहना है कि कल्पा पंचायत के लोगों के पीने के पानी के साथ चरागाहों में गंदगी फैल रही है. जिससे कल्पा के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कल्पा पंचायत के पीने के साथ सिंचाई का पानी पहाड़ियों से होकर गांव के लिए आता है. बाहरी लोग जब यहां घूमने के लिए आते हैं, तो वह कूड़ा सही से नहीं फेंकते हैं, जिस वजह से पानी गंदा हो रहा है. कल्पा की पहाड़ियों के बीच चाखा पर्यटन स्थल है, जहां से कल्पा के ग्रामीणों के सिंचाई व पीने के पानी का मुख्य स्त्रोत है.

वीडियो.

वहां इन दिनों बाहरी लोग गुपचुप तरीके से लोग घूमने जा रहे हैं, इस दौरान लोग प्लास्टिक से बनी चीजों को पानी के स्त्रोत व चरागाह में फेंक रहे हैं, जिसके चलते पशुओं को भी चरागाह में घास के साथ अनावश्यक चीजें खा रहे हैं.जिससे पशुओं की सेहत पर भी प्रभाव पड़ रहा है. साथ ही पानी व वातावरण प्रदूषित हो रहा है.

ऐसे में पंचायत प्रधान ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई कल्पा की पहाड़ियों की ओर जाता है, तो प्लास्टिक से बनी चीजों को न ले जाएं और गंदगी फैलाने से बचें. बता दें कि प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों हिमाचल को पर्यटन के लिए खोला दिया है, जिसके बाद जिला के विभिन्न क्षेत्रों के लोग कल्पा के पहाड़ियों पर लोग घूमने फिरने के बहाने जा रहे हैं. ऐसे में लोग खाने पीने के बाद व्यर्थ प्रदार्थों को खुले में फेंक रहे हैं. जिसके चलते पर्यावरण व पीने के पानी प्रदूषित हो रहा है.

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