ETV Bharat / state

पहली बार तपस्वी स्थल से निकले देवभूमि के सबसे वजनी देवता कासुराजस, रिब्बा गांव में कुरिमस मेले का आयोजन - पूह

जब देवता बर्फबारी में कैलाश चले जाते हैं, तो वापसी के बाद जो भी बुरी शक्तियां धरती लोक पर आई होती हैं, उन्हें देवता कासुराजस व बौद्ध भिक्षुओं के मंत्र जाप और छम्म मेले के द्वारा बाहर निकाला जाता है.

रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला
author img

By

Published : Mar 31, 2019, 5:59 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खंड के रिब्बा गांव मे कुरिमस के दिन पहली बार देवता कासुराजस अपनी तपस्वी स्थल से बाहर निकले. देवता के आगमन में रिब्बा गांव में मेले के आयोजन किया जाता है. कुरिमस मेला रिब्बा गांव का पहला मेला है.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

रिब्बा वासियों की मान्यता है कि साल के शुरुआती दिन जब बर्फबारी खत्म होकर धरती से हरियाली निकलनी शुरू होती है और पेड़-पौधों में फूल-पत्तियां निकलनी शुरू होती है, तब कुरिमस मेले की शुरुआत रिब्बा गांव में होती है. इस मेले में सभी ग्रामीण घर से पारम्परिक वेशभूषा में रिब्बा देवता कासुराजस के मंदिर प्रांगण में एकत्रित होते हैं. देवता कासुराजस द्वारा इस मेले की शुरुआत की जाती है. मेले में स्थानीय महिलाएं देवता कासुराजस को शूर और गूग्गल नाम की पहाड़ी धूप से पूजा अर्चना करते हैं.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

रिब्बा गांव के प्रधान प्रेम नेगी ने बताया कि कुरिमस मेले में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा मंदिर प्रांगण में छम्म मेले का आयोजन किया जाता है. छम्म मेले में अलग अलग तरीकों से बौद्ध भिक्षु रूप बदलकर आते हैं और बकरे रूप का तोरमा (सत्तू व अन्य अनाजो का बनाया गया पुतला) बनाकर लाते हैं. तोरमा को मंदिर के चारों तरफ घुमाकर बुराई को बाहर निकाला जाता है.

रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

छम्म मेले व कुरिमस मेले की मान्यता है कि जब देवता बर्फबारी में कैलाश चले जाते हैं, तो वापसी के बाद जो भी बुरी शक्तियां धरती लोक पर आई होती हैं उन्हें देवता कासुराजस व बौद्ध भिक्षुओं के मंत्र जाप और छम्म मेले के द्वारा बाहर निकाला जाता है. मेले के बाद नए साल पर हरियाली, पेड़ पौधों में फूल लगना और खेतों में बिजाई का काम शुरू होता है.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

आने वाले साल में सभी फसल फलने फूलने के लिए देवता कासुराजस से ग्रामीण पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लेते हैं. जिस दौरान ग्रामीण आपस मे मिलकर एक-दूसरे को कुरिमस मेले की शुभकामनाएं देते हैं. इस मेले में गांव से बाहर पढ़ाई करने वाले बच्चे भी देवता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए स्पेशल घर आते हैं.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

बता दें कि देवता कासुराजस हिमाचल के सबसे भारी और वजनी देवताओं में से एक माने जाते हैं. देवता कासुराजस का वजन 150 किलो है जो कि अभी तक सबसे वजनी देवताओं में से एक है.

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खंड के रिब्बा गांव मे कुरिमस के दिन पहली बार देवता कासुराजस अपनी तपस्वी स्थल से बाहर निकले. देवता के आगमन में रिब्बा गांव में मेले के आयोजन किया जाता है. कुरिमस मेला रिब्बा गांव का पहला मेला है.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

रिब्बा वासियों की मान्यता है कि साल के शुरुआती दिन जब बर्फबारी खत्म होकर धरती से हरियाली निकलनी शुरू होती है और पेड़-पौधों में फूल-पत्तियां निकलनी शुरू होती है, तब कुरिमस मेले की शुरुआत रिब्बा गांव में होती है. इस मेले में सभी ग्रामीण घर से पारम्परिक वेशभूषा में रिब्बा देवता कासुराजस के मंदिर प्रांगण में एकत्रित होते हैं. देवता कासुराजस द्वारा इस मेले की शुरुआत की जाती है. मेले में स्थानीय महिलाएं देवता कासुराजस को शूर और गूग्गल नाम की पहाड़ी धूप से पूजा अर्चना करते हैं.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

रिब्बा गांव के प्रधान प्रेम नेगी ने बताया कि कुरिमस मेले में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा मंदिर प्रांगण में छम्म मेले का आयोजन किया जाता है. छम्म मेले में अलग अलग तरीकों से बौद्ध भिक्षु रूप बदलकर आते हैं और बकरे रूप का तोरमा (सत्तू व अन्य अनाजो का बनाया गया पुतला) बनाकर लाते हैं. तोरमा को मंदिर के चारों तरफ घुमाकर बुराई को बाहर निकाला जाता है.

रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

छम्म मेले व कुरिमस मेले की मान्यता है कि जब देवता बर्फबारी में कैलाश चले जाते हैं, तो वापसी के बाद जो भी बुरी शक्तियां धरती लोक पर आई होती हैं उन्हें देवता कासुराजस व बौद्ध भिक्षुओं के मंत्र जाप और छम्म मेले के द्वारा बाहर निकाला जाता है. मेले के बाद नए साल पर हरियाली, पेड़ पौधों में फूल लगना और खेतों में बिजाई का काम शुरू होता है.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

आने वाले साल में सभी फसल फलने फूलने के लिए देवता कासुराजस से ग्रामीण पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लेते हैं. जिस दौरान ग्रामीण आपस मे मिलकर एक-दूसरे को कुरिमस मेले की शुभकामनाएं देते हैं. इस मेले में गांव से बाहर पढ़ाई करने वाले बच्चे भी देवता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए स्पेशल घर आते हैं.

Kurimas and Chham fair in ribba village
रिब्बा गांव में कुरिमस व छम्म मेला

बता दें कि देवता कासुराजस हिमाचल के सबसे भारी और वजनी देवताओं में से एक माने जाते हैं. देवता कासुराजस का वजन 150 किलो है जो कि अभी तक सबसे वजनी देवताओं में से एक है.

Intro:झार माजरी में रात के अंधेरे में दुकान की दीवार तोड़कर नगदी व मोबाइल चुराए 5 महीने में तीसरी बार दिया चोरी को अंजाम पुलिस के हाथ खाली


Body:औद्योगिक क्षेत्र ई पी आईपी झार माजरी गोल मार्केट में चोरों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर एक करियाना वे मोबाइल दुकान की दीवार तोड़कर मोबाइल व नकदी पर हाथ फेर लिया बड़ी हैरानी की बात है कि इसी दुकान में पिछले 5 महीने में यह तीसरी चोरी है परंतु पुलिस के हाथ अभी भी खाली है दुकान के मालिक बालकृष्ण अग्रवाल ने बताया कि सबसे पहले 7 नवंबर 2018 की रात को चोरों ने दुकान के पीछे लगी खिड़की की ग्रिल को तोड़कर चोरी को अंजाम दिया वह 4 लाख के करीब नगदी व मोबाइल चुरा लिए उसके बाद 13 नवंबर की रात को फिर चोरों ने दुकान की ग्रिल तोड़ी वह दुकान में पड़ी कुछ नगदी व मोबाइल चोरी कर लिए उन्होंने बताया कि लगातार दो चोरियां होने के बाद दुकान में के पीछे लगी ग्रिल को ठीक करवाया गया परंतु बीती रात फिर चोरों ने पहले तो ग्रिल तोड़ने का प्रयास किया परंतु जब नहीं हो पाया तो दीवार को तोड़कर दुकान में घुसे वह दुकान में पड़े मोबाइल चार्जर पेन ड्राइव सात हजार के करीब नकदी पर हाथ फेर लिया जब इस पूरे मामले पर एएसपी बद्दी नरेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पिछली चोरी के दौरान पुलिस के हाथ एक व्यक्ति लगा था जिसने चोरी का मोबाइल प्रयोग किया था वह उसे भी दोबारा पूछताछ की जाएगी उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है वह इस दौरान पुलिस के हाथ एक व्यक्ति भी लगा है जिस से पूछताछ की जा रही है और साथ ही मौके पर साइबर सेल की टीम भी बुलाई गई वह उस समय प्रयोग होने वाले मोबाइल के जरिए भी चोरों को पकड़ने का प्रयास किया जाएगा


Conclusion:पुलिस प्रशासन के सुस्त रवैया के चलते बीवीएन में नहीं थम रहा चोरियों का सिलसिला
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.