लाहौल स्पीति: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में बर्फबारी के बाद अब घाटी के लोगों की मुश्किलें भी बढ़ी हैं. बर्फबारी के बाद लाहौल घाटी में तापमान माइनस में चल रहा है और यहां पर पेयजल लाइन भी कड़ाके की ठंड के चलते पूरी तरह से जम गई है. ऐसे में लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है.
शून्य से भी कम तापमान में जल शक्ति विभाग के कर्मचारी काम कर रहे हैं और आग की सहायता से पेयजल पाइपों को गर्म किया जा रहा है, ताकि पानी की सप्लाई को सुचारु किया जा सके. वीरवार को भी घाटी के विभिन्न इलाकों में लोगों को पीने की पानी की समस्या का सामना करना पड़ा. लोगों ने जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों को इस बारे में जानकारी दी. पानी की पाइपों के जमने की शिकायत मिलने के बाद जल शक्ति विभाग की टीम भी जगह-जगह पर तैनात हो गई है और आग की सहायता से पानी की पाइपों को गर्म किया जा रहा है, पाइपों में जमी बर्फ को पिघलाया जा सके और पाइप लाइनों को चालू किया जा सके.
तापमान गिने के कारण लोगों का एकतरफ घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है तो वहीं, दूसरी तरफ पानी न होने के चलते उन्हें दूर दराज के नालों से पानी भरकर लाना पड़ रहा है. वहीं, लाहौल स्पीति में कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी बाधित है. इससे लोगों को ठंड के मौसम में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
लाहौल स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने बताया कि, 'माइनस तापमान में भी जल शक्ति विभाग के कर्मचारी काम कर रहे हैं और कई जगह पर ग्रामीण खुद भी पानी की सप्लाई को सुचारु करने में जुटे हुए हैं. ऐसे में अब जल्द ही पानी की सप्लाई को सुचारु किया जाएगा, ताकि घर द्वार पर ही लोगों को पीने का पानी उपलब्ध हो सके.'
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