किन्नौर: उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा की अध्यक्षता में आज कोविड टीकाकरण को लेकर जिला स्तरीय टाॅस्क फोर्स की दूसरी बैठक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें पूह के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी, कल्पा के उपमंडलाधिकारी, निचार उपमंडल के उपमंडलाधिकारी सहित, कल्पा, पूह, निचार व सांगला के खंड चिकित्सा अधिकारियों ने भाग लिया.
वैक्सीनेटर्ज के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
बैठक में निर्णय लिया गया कि खंड टाॅस्क फोर्स की बैठक 5 जनवरी को संबंधित उपमंडलाधिकारियों की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी, जिसमें खंड स्तर पर टीकाकरण को लेकर तैयारियों पर चर्चा की जाएगी. उपायुक्त ने बताया कि जिले में टीकाकरण से जुड़े वैक्सीनेटर्ज के लिए प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी तैयार कर लिया गया है.
चिकित्सा अधिकारियों को दिया जाएगा ऑनलाइन प्रशिक्षण
इसके तहत 6 जनवरी को निचार खंड, 7 जनवरी को रिकांगपिओ और 8 जनवरी को पूह खंड में वैक्सीनेटर्ज को प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि 8 जनवरी को ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन शिमला के मुख्यालय से कोविड टीकाकरण से जुड़े चिकित्सा अधिकारियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा.
5 सदस्यों के टीकाकरण दल का गठन
हेमराज बैरवा ने बताया कि 9 व 10 जनवरी 2021 को कोविड टीकाकरण को लेकर तैनात सैक्टर अधिकारी कोल्ड चेन व अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगें. टीकाकरण के लिए 5 सदस्य टीकाकरण दल का गठन किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों के इलावा पुलिस व होमगार्ड के जवान शामिल होगें.
11 जनवरी को ड्राई-रन का आयोजन
उपायुक्त ने बताया कि 11 जनवरी को टीकाकरण को लेकर ड्राई-रन (माॅक ड्रील) आयोजित की जाएगी. माॅक ड्रील में 5 फ्रंट लाईन कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा. मुख्य चिकित्सा अधिकारी किन्नौर डाॅ. सोनम नेगी ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया. उन्होंने बताया कि जिले में 13 कोविड चेन-स्थल चिन्हित किए गए हैं.
यह लोग रहे शामिल
डीसी किन्नौर ने बताया कि कोविड टीकाकरण को लेकर जिले के 5 अधिकारियों को 18 दिसंबर को राज्य स्वास्थ्य मुख्यालाय परिमहल में प्रशिक्षण दिया जा चुका है. जिला स्तर पर भी 29 सितंबर को टीकाकरण से जुड़े चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है. वर्चुअल बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पूह, उपमंडलाधिकारी कल्पा डाॅ. मेजर अवनींद्र कुमार, उपमंडलाधिकारी निचार मनमोहन सिंह, सहित विभिन्न चिकित्सा खंड़ों के खंड चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे.