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सतलुज नदी में फेंका जा रहा है रिकांगपिओ क्षेत्र का सारा कूड़ा! सरेआम उड़ाई जा रही कानून की धज्जियां

बता दें कि रिकांगपिओ क्षेत्र का कूड़ा पिछले कई वर्षों से सतलुज नदी के नजदीक फेंका जा रहा है. जिससे नदी का पानी भी प्रदूषित हुआ है और पानी के अंदर कई जीवों को भी खतरा हो रहा है.

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Published : Nov 11, 2019, 11:54 AM IST

सतलुज नदी में फेंका जा रहा है रिकांगपिओ क्षेत्र का सारा कूड़ा!

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ स्पेशल एरिया डवलेपमेंट अथॉरिटी द्वारा रिकांगपिओ के साडा क्षेत्र के कूड़े को डिस्पोज करने के लिए डिस्पोज मशीन पवारी के नजदीक स्थापित की गई है, लेकिन प्रशासन द्वारा पूरे क्षेत्र के कूड़े को सतलुज नदी में फेंका जा रहा है. जिससे नदी भी प्रदूषित हो रही है.

बता दें कि रिकांगपिओ क्षेत्र का कूड़ा पिछले कई वर्षों से सतलुज नदी के समीप फेंका जा रहा है. जिससे नदी का पानी भी प्रदूषित हुआ है और पानी के अंदर कई जीवों को भी खतरा हो रहा है. रिकांगपिओ क्षेत्र के कूड़े को एकत्रित कर इस वर्ष एक कूड़ा डिस्पोज मशीन में डिस्पोज करने के लिए प्रशासन ने दावे किये थे जो खोखले होते नजर आ रहे हैं.

वीडियो.

फिलहाल अभी तक इस मशीन का प्रयोग नहीं किया जा रहा है और रिकांगपिओ का सारा कूड़ा सतलुज नदी समीप फेंका जा रहा है और इस कूड़े में कई पशु इस प्रदूषित कूड़े कर्कट को खाकर मौत के घाट भी उतर रहे हैं.
बता दें कि एनजीटी के दिशानिर्देशों अनुसार किसी भी नदी पर कूड़ा-कचरा या अन्य गंदगी नहीं फेंक सकते, लेकिन जिला किन्नौर में इन सब कानूनों को ताक पर रखकर रिकांगपिओ की गन्दगी को सतलुज में फेंककर नदी के साथ वायु को भी प्रदूषित किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- साल की पहली बर्फबारी से लोगों में उत्साह, जलोड़ी जोत में बर्फ देखने के लिए पहुंच रहे पर्यटक

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ स्पेशल एरिया डवलेपमेंट अथॉरिटी द्वारा रिकांगपिओ के साडा क्षेत्र के कूड़े को डिस्पोज करने के लिए डिस्पोज मशीन पवारी के नजदीक स्थापित की गई है, लेकिन प्रशासन द्वारा पूरे क्षेत्र के कूड़े को सतलुज नदी में फेंका जा रहा है. जिससे नदी भी प्रदूषित हो रही है.

बता दें कि रिकांगपिओ क्षेत्र का कूड़ा पिछले कई वर्षों से सतलुज नदी के समीप फेंका जा रहा है. जिससे नदी का पानी भी प्रदूषित हुआ है और पानी के अंदर कई जीवों को भी खतरा हो रहा है. रिकांगपिओ क्षेत्र के कूड़े को एकत्रित कर इस वर्ष एक कूड़ा डिस्पोज मशीन में डिस्पोज करने के लिए प्रशासन ने दावे किये थे जो खोखले होते नजर आ रहे हैं.

वीडियो.

फिलहाल अभी तक इस मशीन का प्रयोग नहीं किया जा रहा है और रिकांगपिओ का सारा कूड़ा सतलुज नदी समीप फेंका जा रहा है और इस कूड़े में कई पशु इस प्रदूषित कूड़े कर्कट को खाकर मौत के घाट भी उतर रहे हैं.
बता दें कि एनजीटी के दिशानिर्देशों अनुसार किसी भी नदी पर कूड़ा-कचरा या अन्य गंदगी नहीं फेंक सकते, लेकिन जिला किन्नौर में इन सब कानूनों को ताक पर रखकर रिकांगपिओ की गन्दगी को सतलुज में फेंककर नदी के साथ वायु को भी प्रदूषित किया जा रहा है.

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Intro:रिकांगपिओ के कुड़े को फैंका जा रहा सतलुज के समीप,प्रशासन के दावे खोखले,प्रशासन द्वारा पोवारी समीप डिस्पोज़ मशीन के होते हुए भी बाज़ार के कुड़े को सतलुज समीप फैंककर जलाया जा रहा,कुड़े में लगी आग के धुएं से प्रदूषित हो रहा वातावरण,एनजीटी के दिशानिर्देशों को दरकिनार कर फैका जा रहा कूड़ा।



जनजातीय जिला किंन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ स्पेशल एरिया डवलेपमेंट अथॉरिटी द्वारा रिकांगपिओ क्षेत्र के कुड़े को एकत्रित कर कूड़ा डिस्पोज़ मशीन जो पवारी समीप स्थापित किया है लेकिन प्रशासन द्वारा पूरे साडा क्षेत्र के कुड़े को सतलुज नदी स्थित फैंका जा रहा है जिससे सतलुज नदी भी प्रदूषित हो रही है और इस कुड़े में आग लगाया गया है जिससे वायु प्रदूषण भी फैल रहा है।



Body:बताते चले कि रिकांगपिओ क्षेत्र का कूड़ा पिछले कई वर्षों से सतलुज नदी के समीप फैंका जा रहस है जिससे नदी का पानी भी प्रदूषित हुआ है और पानी के अंदर कई जीवो को भी ख़तरा हो रहा है,रिकांगपिओ क्षेत्र के कुड़े को एकत्रित कर इस वर्ष एक कूड़ा डिस्पोज़ मशीन में डिस्पोज़ करने के लिए प्रशासन ने दावे किये थे जो खोखले होते नज़र आ रहे है अभी तक इस मशीन का प्रयोग नही किया जा रहा है और रिकांगपिओ का सारा कूड़ा सतलुज नदी समीप फैंका जा रहा है और इस कुड़े में कई पशु इस प्रदूषित कुड़े करकट को खाकर मौत के घाट भी उतर रहे है,इस कुड़े के आसपास पूरे दिन बेसहारा पशु गन्दगी के बीच कुडाकरकट खाते नज़र आ रहे है।




Conclusion:बता दे कि एनजीटी के दिशानिर्देशों अनुसार किसी भी नदी पर कूड़ा करकट या अन्य गन्दगी नही फैक सकते लेकिन जिला किन्नौर में इन सब कानूनों को ताक पर रखकर रिकांगपिओ की गन्दगी को सतलुज में फैंककर नदी के साथ वायु प्रदूषण भी फैलाया जा रहा है।
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