धर्मशाला: पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सवाल पूछा है कि जब प्रदेश पर करोड़ों रुपये का कर्ज है, ऐसे में हेलीकॉप्टर की कॉन्ट्रैक्ट पर सेवाएं लेना कहां तक जायज है. विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि पूर्व सीएम के पांच साल के कार्यकाल में करोड़ों के भत्ते ही बन जाते हैं. वहीं उनके कार्यकाल में 111 करोड़ हेलीकॉप्टर पर खर्च किए गए हैं. यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत ली गई है.
मनकोटिया ने कहा कि हमारे वर्तमान सीएम भी उसी प्रथा को कायम रखे हुए हैं या वो समझते हैं कि उन्हें जो बार-बार कर्ज लेना पड़ रहा है, उससे मेरा राज्य दबा जा रहा है. साथ ही इससे राज्य की प्रगति और विकास नहीं हो रहा है. मनकोटिया ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार का पौने दो साल का कार्यकाल पूरा होने वाला है और आज भी सरकार कर्ज और केंद्र की सहायता से ही चल रही है. प्रदेश में आने वाला राजस्व बहुत कम है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शराब के ठेकों और उसका जो राजस्व आता है, उससे चली हुई है.
विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर श्वेत पत्र जारी करके स्थिति स्पष्ट करें कि मैंने जो पूर्व सरकार के खर्च को लेकर जो सूचना दी है कि पूर्व सरकार ने हैलीकॉप्टर पर जो खर्च किया है, क्या आपकी सरकार भी उसी राह पर चलेगी. मनकोटिया ने कहा कि हम सीएम जयराम ठाकुर और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को टारगेट नहीं कर रहें हैं, बल्कि हम यह चाहते हैं कि इस बारे में स्थिति स्पष्ट की जाए. पूर्व मंत्री मनकोटिया ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2010 से अब तक जितने भी सीएम रहे उन्होंने कितना खर्च किया और आप कितना खर्च कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब तो हेलीकॉप्टर का प्रति घंटा चार्ज और भी बढ़ गया है.
विजय सिंह मनकोटिया ने आरोप लगाया कि भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों ही संगठनों ने धर्मशाला को यतीमखाना बनाकर रख दिया है. उन्होंने कहा कि धर्मशाला सबसे बड़े जिला का मुख्यालय है. हम इसे दूसरी राजधानी का दर्जा देने की मांग करते रहे हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब तो यही लगता है कि धर्मशाला तो सही मायने में धर्मशाला ही है, क्यों आए, ठहरे और चले गए. धर्मशाला पर जो नजरें गढ़ाए बैठे हैं, उन्हें मैं सावधान करता हूं, क्योंकि धर्मशाला में इतनी क्षमता है कि यहां से अपना लीडर जनता दे सके. धर्मशाला में कई धरती पुत्र हैं, जिन्होंने दोनों दलों के प्रत्याशियों को जिताने में जोर लगाया है.
मनकोटिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं धर्मशाला से चुनाव बिल्कुल नही लडूंगा, बल्कि यहां से चुनाव लड़वाउंगा, क्योंकि मुझे लगता है कि धर्मशाला और कांगड़ा की विरासत, संस्कृति खतरे में है. उन्होंने कहा कि चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन क्षेत्र के मुद्दे जरूर उठाउंगा. मनकोटिया ने कहा कि धर्मशाला में स्मार्ट सिटी का सिर्फ नाम ही है. वहीं सीयू के नाम पर भी अभी कुछ नहीं हो पाया है. साथ ही एयरपोर्ट विस्तारीकरण का भी कुछ नहीं हो पाया. एयरपोर्ट की तैयारी मंडी में हो रही है और सीयू कभी यहां तो कभी वहां बनाने की बातें हो रही हैं, जबकि धर्मशाला तो वंचित ही रहा.
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