धर्मशाला: भारतीय पूर्व सैनिक लीग हिमाचल प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि चीन ने 1962 में भारत की पीठ पर छुरा घोंपा था, आज फिर 6 दशक बाद चीन ने वैसा ही किया है. धर्मशाला में प्रेसवार्ता में विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि चीन की नीयत ठीक नहीं है, क्योंकि चीन ने लद्दाख और गलवान घाटी में जो किया, मेरी नजर में लड़ाई के इतिहास में इतना सब शत्रु की सेना भी नहीं करती है.
मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि चीन के सामने झुकते रहने पर चीन ऐसे ही झुकाता रहेगा. 1962 में भी भारत झुका था, उस समय भी भारत ने तिब्बत की आवाज नहीं उठाई. इसके चलते दलाईलामा को मजबूरन वहां से आना पड़ा, क्योंकि चीन ने तिब्बत पर अवैध कब्जा किया. पीएम को कहना चाहिए कि तिब्बत चीन का हिस्सा नहीं है.
यूपीए सरकार में जो रक्षा सौदों में धांधलियां हुई, उनकी जांच हुई है और कार्रवाई भी हुई है. कांग्रेस की धांधलियों की वजह से जो हथियार हमें युद्ध के लिए चाहिए, वो हमारे पास नहीं हैं. चीन हमारी जमीनों को हड़प रहा है. 48 हजार स्क्वेयर किलोमीटर भूमि सियाचीन में हड़प रखी है. अब चीन गलवान में भी हक जता रहा है. मनकोटिया ने कहा कि हम सभी प्रधानमंत्री के साथ हैं. उन्होंने धर्मगुरु दलाईलामा को भी भारत रतन से सम्मानित करने की मांग की.
विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लेह दौरा सराहनीय है. इससे सेना का मनोबल बढ़ेगा. साथ ही देश का भी मनोबल बढ़ेगा. नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो इस समय सेना का मनोबल बढ़ाने में सेना के साथ खड़े हैं. यह कांग्रेस सरकार में रहे पूर्व मंत्री व भारतीय पूर्व सैनिक लीग हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया का कहना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में बहुत ज्यादा घोटाले हुए हैं, जो आज सामने आ रहे हैं. देश की सुरक्षा के लिए दिए जाने वाले हथियारों में भी कांग्रेस सरकार के समय में सौदेबाजी की गई, जिसकी वजह से आज देश की सेना के पास उपयुक्त हथियार नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत का एक-एक जवान शहादत के लिए तैयार रहता है कभी पीछे नहीं हटता.
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