धर्मशाला: प्रदेश में लॉक डाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. जहां तमाम कार्यालय बंद हैं वहीं, स्कूल शिक्षा बोर्ड की बात की जाए तो स्कूल शिक्षा बोर्ड दोबारा भी पेपर चेकिंग के साथ-साथ अन्य कार्य चल रहे हैं, ताकि छात्रों के भविष्य पर कोई संकट ना आये. स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमेन डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में तमाम सवालों के जबाब दिए हैं.
ईटीवी भारत के सवालों के जबाव स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमेन डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कुछ इस प्रकार दिए...
पहला सवाल- जो बोर्ड परीक्षाएं शेष बची हैं उनको करवाने के लिए बोर्ड क्या रणनीति बना रहा है.
जबाब: चेयरमेन डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि लॉक डाउन 1 और लॉक डाउन 2 के बाद ऐसा लग रहा था कि हिमाचल प्रदेश में परिस्थिति सामान्य हो जायेगी, लेकिन अभी बाहर से बहुत से लोग आए हैं. उन्होंने कहा कि स्कूलों के बच्चों को बुलाना और तमाम परीक्षाओं को करवाना इसके लिए अभी 15 दिन तक कोई विचार नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि सीबीएसई भी मुख्य परीक्षाएं ले रहा है, बाकी परीक्षाएं नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य परीक्षा सिर्फ भूगोल विषय की बची है. जिसमें पूरे प्रदेश में 4 हजार से अधिक छात्र हैं. उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टनसिंग का पालन करवाना अनिवार्य किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बाकी विषयों की परीक्षा करवानी या नहीं करवानी है इसके लिए फैसला आगामी दिनों में लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिन परीक्षाओं को नहीं करवाया जाता है तो छात्रों को ग्रेस के हिसाब से मार्क्स दिए जाएंगे.
अगला सवाल- पिछले वर्ष परिणाम अप्रैल में घोषित कर दिए थे. इस बार कोरोना की वजह से देरी हुई क्या प्रयास रहेंगे कि जल्द परिणाम आ सके...
जवाब: उन्होंने कहा कि परिस्थितियां सामान्य होने पर परिणाम अप्रैल के महीने में आ जाते थे वहीं, मई में अन्य प्रवेश परीक्षाएं करवाई जाती थी, लेकिन इस बार यह प्रवेश परीक्षाएं भी जुलाई के महीने में करवाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि जून के दूसरे सप्ताह के अंदर हम परिणाम घोषित कर देंगे.
अगला सवाल- डाइट में डीएलएड की परीक्षा और टेट की परीक्षा को लेकर क्या रणनीति बनाई जा रही है.
जवाब: डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि डीएलएड का प्रवेश परीक्षा करवाना हमारा कार्य है. इसके अलावा बाकी परीक्षायों की जिम्मेदारी सरकार की होती है. उन्होंने कहा कि डीएलएड और टेट की परीक्षा के लिए अगले हफ्ते तक फैसला लिया जाएगा.
अगला सवाल- निजी स्कूलों की फीस मनमानी को लेकर क्या आदेश दिये गए हैं.
जवाब: उन्होंने कहा कि तमाम निजी स्कूलों का निर्देश दिये गए हैं कि ऐसी स्थितियों में अभिभावकों को दबाव न डालें. उन्होंने कहा कि यह परिस्थिति विकट परिस्थिति है. उन्होंने कहा कि तमाम स्कूलों से हम सहमत है और यदि कोई स्कूल नहीं ऐसा करता है तो उसकी मान्यता रद्द की जाएगी.
अगला सवाल- पेपरों की चेकिंग शुरू कर दी है कब तक चेकिंग पूरी हो जाएगी?
जवाब: उन्होंने कहा कि पेपर चेकिंग का कार्य लम्बे समय का कार्य है. उन्होंने कहा कि सारे पेपरों पर बोर्ड में नंबर लगाए जाते हैं, क्योंकि गोपनीय रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि यदि किसी को पता चलेगा कि पेपर कहां चेक होना है तो उस से गतिविधि हो सकती है.
उन्होंने कहा कि इस वजह से गोपनीय रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि 11 लाख पेपरों पर नम्बर लगाने में समय लगेगा. इस कार्य को हम 8 तारीख तक कर लेंगे. उन्होंने कहा कि यह एक लंबा कार्य है और इसके बाद हम 11 तारीख से पेपर चेकिंग शुरू कर देंगे.
अगला सवाल- कोरोना वायरस की वजह से स्कूल शिक्षा बोर्ड में किस तरह की परेशानी या आ रही हैं.
जवाब: उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टनसिंग का पालन करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि सोसल डिस्टनसिंग का ध्यान में रख कर कार्य हो रहा है कम लोगों को कार्यालय में बुलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कम कर्मचारियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पेपर इसु करने के लिए सोशल डिस्टनसिंग का पालन किया जाएगा .
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