ETV Bharat / state

'हाईकमान से नहीं की थी टिकट की मांग', चुनावी राजनीति से सन्यास के बाद इस काम में जुटेंगे शांता कुमार - अलविदा

कांगड़ा संसदीय सीट से चार बार सांसद रहे शांता कुमार ने अब राजनीति को अलविदा कह दिया है. शांता कुमार ने कहा कि पिछली बार भी वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन हाईकमान के कहने पर वे चुनाव में उतरे थे.

पूर्व सांसद शांता कुमार
author img

By

Published : Apr 6, 2019, 9:47 PM IST

धर्मशाला: लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने शनिवार को धर्मशाला में भाजपा के संसदीय कार्यालय का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने हाईकमान से टिकट की मांग नहीं की थी.

shanta kumar
पूर्व सांसद शांता कुमार

कांगड़ा संसदीय सीट से चार बार सांसद रहे शांता कुमार ने अब राजनीति को अलविदा कह दिया है. शांता कुमार ने कहा कि पिछली बार भी वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन हाईकमान के कहने पर वे चुनाव में उतरे थे. इस बार भी टिकट की मांग नहीं की थी और खुशी है कि पार्टी ने किशन कपूर को कांगड़ा सीट से टिकट दिया है और इस बार खुद प्रत्याशी न बनकर चुनाव लड़वाऊंगा.

शांता कुमार ने कहा कि उन्होंने चुनावी राजनीति से सन्यास ले लिया है और अब वह विवेकानंद ट्रस्ट के साथ बुजुर्गों की सेवा कर अपना जीवन बिताएंगे. उन्होंने कहा कि विवेकानंद ट्रस्ट 100 बेड का बिश्रान्ति आश्रम बना रहा है. जहां बुजुर्ग अपने जीवन को बिता सकते हैं. उन्होंने कहा कि अब वह भी वहां सेवा करना चाहते हैं.

आपको बता दें कि कांगड़ा संसदीय सीट पर शांता कुमार का बहुत प्रभाव रहा है. वे प्रत्यक्ष रूप से चुनाव में उतरे या नहीं, लेकिन प्रत्याशी की जीत में उनका अहम योगदान रहा है. इस बार भाजपा ने किशन कपूर पर दांव खेला है वहीं कांग्रेस ने पवन काजल को चुनावी मैदान में उतारा है.

गौर रहे कि पवन काजल का राजनीतिक करियर भाजपा से ही शुरू हुआ है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांगड़ा सीट पर शांता कुमार के दो चेलों के बीच इस बार सियासी घमासान होने वाला है.

धर्मशाला: लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने शनिवार को धर्मशाला में भाजपा के संसदीय कार्यालय का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने हाईकमान से टिकट की मांग नहीं की थी.

shanta kumar
पूर्व सांसद शांता कुमार

कांगड़ा संसदीय सीट से चार बार सांसद रहे शांता कुमार ने अब राजनीति को अलविदा कह दिया है. शांता कुमार ने कहा कि पिछली बार भी वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन हाईकमान के कहने पर वे चुनाव में उतरे थे. इस बार भी टिकट की मांग नहीं की थी और खुशी है कि पार्टी ने किशन कपूर को कांगड़ा सीट से टिकट दिया है और इस बार खुद प्रत्याशी न बनकर चुनाव लड़वाऊंगा.

शांता कुमार ने कहा कि उन्होंने चुनावी राजनीति से सन्यास ले लिया है और अब वह विवेकानंद ट्रस्ट के साथ बुजुर्गों की सेवा कर अपना जीवन बिताएंगे. उन्होंने कहा कि विवेकानंद ट्रस्ट 100 बेड का बिश्रान्ति आश्रम बना रहा है. जहां बुजुर्ग अपने जीवन को बिता सकते हैं. उन्होंने कहा कि अब वह भी वहां सेवा करना चाहते हैं.

आपको बता दें कि कांगड़ा संसदीय सीट पर शांता कुमार का बहुत प्रभाव रहा है. वे प्रत्यक्ष रूप से चुनाव में उतरे या नहीं, लेकिन प्रत्याशी की जीत में उनका अहम योगदान रहा है. इस बार भाजपा ने किशन कपूर पर दांव खेला है वहीं कांग्रेस ने पवन काजल को चुनावी मैदान में उतारा है.

गौर रहे कि पवन काजल का राजनीतिक करियर भाजपा से ही शुरू हुआ है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांगड़ा सीट पर शांता कुमार के दो चेलों के बीच इस बार सियासी घमासान होने वाला है.

शांता कुमार ने कहा अब विवेकानंद ट्रस्ट में करना चाहता हु बुजर्गो की सेवा।

धर्मशाला- लोकसभा चुनावों में जहा हर दल ने अपना चुनाव अभियान शुरू किया है और प्रचार में जोरो शोरो से जुटे हुए है। वही पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने आज धर्मशाला में भाजपा के संसदीय कार्यालय का उदघाटन किया। वही पत्रकारों के पूछे जाने पर शांता कुमार ने कहा कि उन्होंने कभी न तो टिकट की मांग की ओर न कभी इच्छा जताई । 

शांता कुमार ने कहा कि में पिछली बार ही चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन पार्टी ने जिम्मेदारी दी थी तो चुनाव लड़ने उतारा था। उन्होंने कहा की इस बार भी मेने मना किया था और ख़ुसी है कि पार्टी ने किशन कपूर को प्रत्याशी बनाया है और मैने कहा था कि इस बार चुनाव लड़ना नही लड़वाना चाहूंगा।

वही शांता कुमार ने कहा कि उन्होंने चुनावी राजनीति से सन्यास ले लिया है और अब वह विवेकानंद ट्रस्ट के साथ बुजुर्गों की सेवा कर अपना जीवन बिताएंगे। उन्होंने कहा कि विवेकानंद ट्रस्ट 100 बेड का बिश्रान्ति आश्रम बना रहा है जहां पर बुजर्ग अपने जीवन को बिता सकते है। उन्होंने कहा कि अब वह  भी वहां पर सेवा करना चाहते है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.