ETV Bharat / state

निर्वासित तिब्बत सरकार चुनाव: PM पद के लिए पेम्पा शेरिंग सबसे आगे, 11 अप्रैल को आएगा रिज्लट - exiled Tibet government election news

निर्वासित तिब्बत सरकार के 17वें चुनाव में पेम्पा शेरिंग सबसे आगे चल रहे हैं. चुनाव आयुक्त वांगड़ू शेरिंग ने कहा प्रधानमंत्री पद के लिए शेष बचे चार दावेदारों में से 21 मार्च को दो ही उम्मीदवार रह जाएंगे. मतों के हिसाब से इनकी छंटनी की जाएगी. 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री का अंतिम परिणाम घोषित किया जाएगा.

Tibetan government in exile
निर्वासित तिब्बत सरकार
author img

By

Published : Feb 8, 2021, 6:24 PM IST

धर्मशाला/कागंड़ा: धर्मशाला स्थित 17वें निर्वासित तिब्बत सरकार सिक्योंग व संसद के चुनाव के पहले चरण का परिणाम आज घोषित किया गया. दूसरे चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा. चुनावी प्रक्रिया में पेम्पा शेरिंग सबसे आगे चल रहे हैं.

सेमवार को धर्मशाला में चुनाव आयुक्त वांगड़ू शेरिंग ने पत्रकार वार्ता में कहा प्रधानमंत्री पद के लिए अब चार उम्मीदवार रहे हैं. इनमें पेम्पा शेरिंग 24,488 वोटों के साथ सबसे आगे चल रहे हैं. दूसरे नम्बर पर केलसंग दोरजे हैं, जिन्हें 14,544 वोट मिले हैं. इसके अलावा गेरी डोलमा 13,363 वोटों के साथ तीसरे और डुगजून भोटो 10,400 वोट के साथ चौथे स्थान पर हैं.

11 अप्रैल को होगा प्रधानमंत्री पद का परिणाम घोषित

चुनाव आयुक्त वांगड़ू शेरिंग ने कहा प्रधानमंत्री पद के लिए शेष बचे चार दावेदारों में से 21 मार्च को दो ही उम्मीदवार रह जाएंगे. मतों के हिसाब से इनकी छंटनी की जाएगी. 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री का अंतिम परिणाम घोषित किया जाएगा. सिक्योंग यानी प्रधानमंत्री (राजनीतिक नेता) के पद के लिए सात उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी जताई थी. सात में से टॉप चार ही प्रथम चरण के मतदान से सिक्योंग के लिए आगे आए हैं. अप्रैल माह के मतदान के बाद ही केंद्रीय तिब्बतीय प्रशासन (सीटीए) को नया सिक्योंग (राजनीतिक नेता) व सांसद मिलेंगे. संसद के लिए 45 सदस्य चुनकर आएंगे.

करीब 80 हजार मतदाता करेंगे फैसला

17वें निर्वासित तिब्बत सरकार व संसद के चयन का फैसला 80 हजार के करीब मतदाता करेंगे, जिन्होंने मतदाता के तौर पर अपना पंजीकरण करवाया है, इनमें 55 हजार के करीब मतदाता भारत में हैं और 24 हजार से अधिक मतदाता विदेश में हैं. इस चुनाव में सात व्यक्ति सिक्योंग (राजनीतिक नेता) चुनाव के लिए मैदान में उतरे थे, जबकि 150 से अधिक उम्मीदवार सांसद पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.

प्रधानमंत्री पद के लिए मैदान में थे सात प्रत्याशी

17वें निर्वासित तिब्बत सरकार सिक्योंग के लिए उतरे सात उम्मीदवारों में डोलमा गेयरी पूर्व उपसभापति तिब्बती संसद व पूर्व मंत्री, कसूर नोडुप दलाईलामा के प्रतिनिधि दिल्ली, कैलिसंग दोरजी आकासंग उत्तरी अमेरिका में दलाईलामा के प्रतिनिधि, पेंपा सेरिंग पूर्व अध्यक्ष तिब्बती संसद धर्मशाला, आचार्य यशी फुंचुक उपसभापति तिब्बती संसद धर्मशाला, कसर लोवसंग पूर्व मंत्री, दासी डोपगिल धर्मशाला यह चुनावी मैदान में थे.

अंतिम चरण का चुनाव अप्रैल में शुरू

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रतिनिधियों को चुनने के लिए चुनाव में मतदान करने के लिए करीब 80,000 लोगों ने पंजीकरण करवाया है. 17वीं निर्वासित तिब्बती संसद सदस्यों के चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान तीन जनवरी को हुआ था. अंतिम चुनाव 11 अप्रैल 2021 को होगा. मुख्य चुनाव आयुक्त बांगडू छेरिंग का कहना है नई सरकार के गठन के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है. चुनाव के पहले चरण के तहत मतदान के बाद परिणाम आ गया है, जबकि दूसरे व अंतिम चरण का चुनाव अप्रैल में होगा.

पढ़ें: वित्तीय मोर्चे पर राहत, अब साल में 7000 करोड़ का लोन ले सकेगी हिमाचल सरकार

धर्मशाला/कागंड़ा: धर्मशाला स्थित 17वें निर्वासित तिब्बत सरकार सिक्योंग व संसद के चुनाव के पहले चरण का परिणाम आज घोषित किया गया. दूसरे चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा. चुनावी प्रक्रिया में पेम्पा शेरिंग सबसे आगे चल रहे हैं.

सेमवार को धर्मशाला में चुनाव आयुक्त वांगड़ू शेरिंग ने पत्रकार वार्ता में कहा प्रधानमंत्री पद के लिए अब चार उम्मीदवार रहे हैं. इनमें पेम्पा शेरिंग 24,488 वोटों के साथ सबसे आगे चल रहे हैं. दूसरे नम्बर पर केलसंग दोरजे हैं, जिन्हें 14,544 वोट मिले हैं. इसके अलावा गेरी डोलमा 13,363 वोटों के साथ तीसरे और डुगजून भोटो 10,400 वोट के साथ चौथे स्थान पर हैं.

11 अप्रैल को होगा प्रधानमंत्री पद का परिणाम घोषित

चुनाव आयुक्त वांगड़ू शेरिंग ने कहा प्रधानमंत्री पद के लिए शेष बचे चार दावेदारों में से 21 मार्च को दो ही उम्मीदवार रह जाएंगे. मतों के हिसाब से इनकी छंटनी की जाएगी. 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री का अंतिम परिणाम घोषित किया जाएगा. सिक्योंग यानी प्रधानमंत्री (राजनीतिक नेता) के पद के लिए सात उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी जताई थी. सात में से टॉप चार ही प्रथम चरण के मतदान से सिक्योंग के लिए आगे आए हैं. अप्रैल माह के मतदान के बाद ही केंद्रीय तिब्बतीय प्रशासन (सीटीए) को नया सिक्योंग (राजनीतिक नेता) व सांसद मिलेंगे. संसद के लिए 45 सदस्य चुनकर आएंगे.

करीब 80 हजार मतदाता करेंगे फैसला

17वें निर्वासित तिब्बत सरकार व संसद के चयन का फैसला 80 हजार के करीब मतदाता करेंगे, जिन्होंने मतदाता के तौर पर अपना पंजीकरण करवाया है, इनमें 55 हजार के करीब मतदाता भारत में हैं और 24 हजार से अधिक मतदाता विदेश में हैं. इस चुनाव में सात व्यक्ति सिक्योंग (राजनीतिक नेता) चुनाव के लिए मैदान में उतरे थे, जबकि 150 से अधिक उम्मीदवार सांसद पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.

प्रधानमंत्री पद के लिए मैदान में थे सात प्रत्याशी

17वें निर्वासित तिब्बत सरकार सिक्योंग के लिए उतरे सात उम्मीदवारों में डोलमा गेयरी पूर्व उपसभापति तिब्बती संसद व पूर्व मंत्री, कसूर नोडुप दलाईलामा के प्रतिनिधि दिल्ली, कैलिसंग दोरजी आकासंग उत्तरी अमेरिका में दलाईलामा के प्रतिनिधि, पेंपा सेरिंग पूर्व अध्यक्ष तिब्बती संसद धर्मशाला, आचार्य यशी फुंचुक उपसभापति तिब्बती संसद धर्मशाला, कसर लोवसंग पूर्व मंत्री, दासी डोपगिल धर्मशाला यह चुनावी मैदान में थे.

अंतिम चरण का चुनाव अप्रैल में शुरू

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रतिनिधियों को चुनने के लिए चुनाव में मतदान करने के लिए करीब 80,000 लोगों ने पंजीकरण करवाया है. 17वीं निर्वासित तिब्बती संसद सदस्यों के चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान तीन जनवरी को हुआ था. अंतिम चुनाव 11 अप्रैल 2021 को होगा. मुख्य चुनाव आयुक्त बांगडू छेरिंग का कहना है नई सरकार के गठन के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है. चुनाव के पहले चरण के तहत मतदान के बाद परिणाम आ गया है, जबकि दूसरे व अंतिम चरण का चुनाव अप्रैल में होगा.

पढ़ें: वित्तीय मोर्चे पर राहत, अब साल में 7000 करोड़ का लोन ले सकेगी हिमाचल सरकार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.