धर्मशाला: इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सक संघ (Electro Homeopathic Physician Association )के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस में (PC in Dharamshala)कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी को राजस्थान की तर्ज पर विधेयक पारित कर बोर्ड गठित करना चाहिए और पद्धति में प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सकों को पंजीकरण करने की व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसी तरह इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्रों को क्लिनिकल एस्टॅब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीकृत किया जाए व सरकार बेरोजगार युवाओं के कल्याण के लिए ठोस नीति बनाए. उन्होंने कहा कि जो लोग शिक्षित और प्रशिक्षित ,उन्हें निजी क्षेत्र में काम करने के लिए निशुल्क सरकारी सहायता और आर्थिक सहयोग दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जड़ी बूटियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार प्रदान करें और इस क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं से वार्ता करके समृद्ध हिमाचल- संपन्न हिमाचल के सपने को साकार किया जा सकता है .चिकित्सक संघ ने सरकार को खुली चुनौती दी है कि यदि इलेक्ट्रो होम्योपैथिक के लिए कोई संरक्षण अधिनियम पारित नहीं होने पर 10 हजार से अधिक चिकित्सक परिवार तीसरे विकल्प पर विचार करेंगे और 13 अप्रैल को विधिवत रूप से राजनीतिक दल का एलान हो जाएगा. संगठन ने दोहराया कि हिमाचल इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सक संघ पूरे प्रदेश में विभिन्न संगठनों को साथ लेकर अपनी प्रतिष्ठा की लड़ाई जारी रखेंगे.
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धर्मशाला में इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सक संघ की प्रेस कॉन्फ्रेंस: राजस्थान की तर्ज पर बोर्ड गठित करने की मांग
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सक संघ (Electro Homeopathic Physician Association )के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस में (PC in Dharamshala)कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी को राजस्थान की तर्ज पर विधेयक पारित कर बोर्ड गठित करना चाहिए और पद्धति में प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सकों को पंजीकरण करने की व्यवस्था होनी चाहिए.
धर्मशाला: इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सक संघ (Electro Homeopathic Physician Association )के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस में (PC in Dharamshala)कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी को राजस्थान की तर्ज पर विधेयक पारित कर बोर्ड गठित करना चाहिए और पद्धति में प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सकों को पंजीकरण करने की व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसी तरह इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्रों को क्लिनिकल एस्टॅब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीकृत किया जाए व सरकार बेरोजगार युवाओं के कल्याण के लिए ठोस नीति बनाए. उन्होंने कहा कि जो लोग शिक्षित और प्रशिक्षित ,उन्हें निजी क्षेत्र में काम करने के लिए निशुल्क सरकारी सहायता और आर्थिक सहयोग दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जड़ी बूटियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार प्रदान करें और इस क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं से वार्ता करके समृद्ध हिमाचल- संपन्न हिमाचल के सपने को साकार किया जा सकता है .चिकित्सक संघ ने सरकार को खुली चुनौती दी है कि यदि इलेक्ट्रो होम्योपैथिक के लिए कोई संरक्षण अधिनियम पारित नहीं होने पर 10 हजार से अधिक चिकित्सक परिवार तीसरे विकल्प पर विचार करेंगे और 13 अप्रैल को विधिवत रूप से राजनीतिक दल का एलान हो जाएगा. संगठन ने दोहराया कि हिमाचल इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सक संघ पूरे प्रदेश में विभिन्न संगठनों को साथ लेकर अपनी प्रतिष्ठा की लड़ाई जारी रखेंगे.
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