धर्मशाला: विश्व विख्यात पैराग्लाइडिंग साइट बीड़-बिलिंग के बीड़ में पैराग्लाइडिंग स्कूल जल्द शुरू होगा. साढ़े आठ करोड़ रुपये की लागत से बन रहे स्कूल में 24 कमरे होंगे. निर्माणाधीन पैराग्लाइडिंग स्कूल का हाल ही में टेक्निकल कमेटी ने दौरा कर कुछ रिक्वायरमेंट बताई है, जिन पर जल्द कार्रवाई की उम्मीद है. इसी के साथ अगले माह से पैराग्लाइडिंग स्कूल का संचालन शुरू होने की पूरी संभावना है. पर्यटन विभाग कांगड़ा के डिप्टी डायरेक्टर विनय धीमान ने बताया कि पैराग्लाइडिंग स्कूल का भवन निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि इसके संचालन हेतू कुछ जरूरी कार्य शेष हैं.
पैराग्लाइडिंग स्कूल में कुल 24 कमरे होंगे, जिनमें से 21 कमरे स्टूडेंटस के लिए होंगे, जिनमें 42 बच्चों के ठहरने की व्यवस्था होगी. वहीं, 3 वीआईपी रूम होंगे, जो कि वीआईपी या फेकल्टी के लिए रहेंगे. इसी के साथ 3 डोरमेट्री भी स्कूल में होंगी, जिनमें 36 स्टूडेंटस के ठहरने की व्यवस्था होगी. गौरतलब है कि पैराग्लाइडिंग स्कूल का संचालन आरंभ होने से देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेश के पैराग्लाइडिंग की ट्रेनिंग हेतू लोगों के यहां आने की पूरी उम्मीद है. साल 2015 में पैराग्लाइडिंग स्कूल की घोषणा की गई थी, अब जाकर यह स्कूल खुलने जा रहा है.
पर्यटन विभाग कांगड़ा के डिप्टी डायरेक्टर विनय धीमान ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का विजन है कि कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप विकसित किया जाए. उनके इस विजन को साकार करने में यहां पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने विशेषकर जिले को साहसिक पर्यटन का हब बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडिंग स्कूल बीड़ बिलिंग महीने भर में शुरू हो जाएगा. इससे पैराग्लाइडर पायलटों के प्रशिक्षण की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी. वहीं, क्षेत्र में पर्यटन को नए पंख लगेंगे. उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले में 14 पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन अथवा संचालन इकाइयां, 346 पायलट और 387 पैराग्लाइडिंग इक्यूप्मेंट पंजीकृत हैं. पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन अथवा संचालन इकाईयों में 8 बीड़ बिलिंग में, 4 इंद्रुनाग में, तथा एक-एक नरवाणा और मझीण में कार्यशील हैं.
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