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दसवीं और जमा दो कक्षाओं की प्री बोर्ड परीक्षाओं का विरोध, राजकीय अध्यापक संघ ने कही ये बात

दसवीं और जमा दो कक्षाओं की प्री बोर्ड परीक्षाओं का विरोध शुरू हो गया है. जारी बयान में हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंदर चैहान ने कहा कि इस तरह के निर्णय लेने से पहले बोर्ड को शिक्षक संगठनों व विद्यालय प्रबंधन समितियों की राय लेनी चाहिए थी. संघ का मानना है कि ऐसा करके बोर्ड केवल पाठ्यक्रम की दोहराई के कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहा है.

Himachal Pradesh Government Teachers Association opposes pre board examinations
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Published : Feb 17, 2021, 4:58 PM IST

कांगड़ा: दसवीं और जमा दो कक्षाओं की प्री बोर्ड परीक्षाओं का विरोध शुरू हो गया है. हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ ने कहा कि प्री बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन से स्कूलों में विद्यार्थियों की जो रिवीजन करवाई जा रही है, उसमें बाधा आएगी.

हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ का विरोध

जारी बयान में हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंदर चैहान ने कहा कि इस तरह के निर्णय लेने से पहले बोर्ड को शिक्षक संगठनों व विद्यालय प्रबंधन समितियों की राय लेनी चाहिए थी. संघ का मानना है कि ऐसा करके बोर्ड केवल पाठ्यक्रम की दोहराई के कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहा है.

हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ ने कहा कि स्कूल खुलने के बाद रिवीजन शुरू हुई है. कई चीजें ऐसी हैं, जो विद्यार्थी ऑनलाइन नहीं समझ पाए हैं. संघ के 80 हजार पदाधिकारी हैं. हाल ही में संघ ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन सर्वे करवाया था. इसमें सभी शिक्षकों ने प्री बोर्ड का विरोध किया था. उन्होंने सरकार व स्कूल शिक्षा बोर्ड से मांग की है कि प्री बोर्ड की अधिसूचना को रद्द किया जाए.

ये भी पढ़े:- शैक्षणिक सत्र 2021-22: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अधिकांश नियम होंगे लागू

कांगड़ा: दसवीं और जमा दो कक्षाओं की प्री बोर्ड परीक्षाओं का विरोध शुरू हो गया है. हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ ने कहा कि प्री बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन से स्कूलों में विद्यार्थियों की जो रिवीजन करवाई जा रही है, उसमें बाधा आएगी.

हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ का विरोध

जारी बयान में हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंदर चैहान ने कहा कि इस तरह के निर्णय लेने से पहले बोर्ड को शिक्षक संगठनों व विद्यालय प्रबंधन समितियों की राय लेनी चाहिए थी. संघ का मानना है कि ऐसा करके बोर्ड केवल पाठ्यक्रम की दोहराई के कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहा है.

हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ ने कहा कि स्कूल खुलने के बाद रिवीजन शुरू हुई है. कई चीजें ऐसी हैं, जो विद्यार्थी ऑनलाइन नहीं समझ पाए हैं. संघ के 80 हजार पदाधिकारी हैं. हाल ही में संघ ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन सर्वे करवाया था. इसमें सभी शिक्षकों ने प्री बोर्ड का विरोध किया था. उन्होंने सरकार व स्कूल शिक्षा बोर्ड से मांग की है कि प्री बोर्ड की अधिसूचना को रद्द किया जाए.

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