ज्वालामुखी/कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं ज्वालामुखी विधायक रमेश धवाला ने ऐतिहासिक रघुनाथ के टेड़ा मंदिर का निरीक्षण किया. इस दौरान कई अधिकारी भी मौजूद रहे. विधायक रमेश धवाला ने कमियों पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन को 2 महीने के अंदर इस मंदिर का जीर्णोद्वार करने का आदेश दिया.
विधायक रमेश धवाला ने प्रशासन को मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए योजना बनाने की बात कही. विधायक रमेश धवाला ने कहा कि यहां पर आने वाले यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए व्यवस्था की जाए. इस मंदिर के सभी मार्गों को बेहतर बनाया जाए. यहां पर शौचालय, स्नानागार और जगह-जगह पर यात्रियों के बैठने के लिए रेन शेल्टर बनाया जाए, ताकि यहां पर आने वाले यात्रियों को किसी तरह की कोई समस्या न हो.
ज्वालामुखी विधायक ने विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था व अन्य कार्यों को तुरंत कराने के आदेश दिए, ताकि ज्वालामुखी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो. साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य का भी नजारा ले सकें. इससे यहां पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी और रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे.
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गौरतलब है कि ऐतिहासिक रघुनाथ का टेढ़ा मंदिर विश्व विख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर के अधीन है. ये मंदिर 1905 में प्रलयंकारी भूकंप के दौरान टेढ़ा हो गया था. भूकंप के115 साल के बाद भी अडिग होकर ये टेढ़ा मंदिर भक्तों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है. लाखों की संख्या में भक्तजन इस मंदिर की प्राचीनता, ऐतिहासिकता और इसके टेढ़े होने के कारण बड़े उत्साह से यहां दर्शन करने आते हैं.
मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए मंदिर न्यास ज्वालामुखी ने लगभग 60 लाख का बजट प्रावधान किया है, लेकिन इस कार्य को शुरु करने में प्रशासन विफल रहा है.
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