धर्मशाला: इंटरनेशनल बैडमिंटन एकेडमी के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल को स्कोह के पास 52 कनाल भूमि कॉमन पूल से निकाल कर आवंटित कर दी गई है. यही नहीं इंटरनेशनल शूटिंग रेंज के लिए भी 18 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हो गई है.
धर्मशाला-शिमला में इंडोर आइस स्केटिंग रिंक बनाए जाएंगे. अगले एक साल में प्रदेश भर में 18 स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएंगे. राकेश पठानिया ने कहा कि पीडब्ल्यूडी रोड़ के लिए जितनी सेंक्शन नाबार्ड से पिछले 30 साल में नहीं हुई, उतनी हमने 3 साल में सेंक्शन ले ली हैं.
ईको टूरिज्म पर जोर
राकेश पठानिया ने कहा कि वन विभाग ने चंदन को बढ़ावा देने के लिए प्रोजेक्ट शुरू किया है. इसके अतिरिक्त ईको टूरिज्म के तहत जोत में प्रोजेक्ट सिरे चढ़ गया है. जंजैहली में 18 करोड़ रुपये की लागत से प्रोजेक्ट की तैयारी शुरू कर दी गई हैं. पंडोह में एक बड़ा प्रोजेक्ट लाया रहा है. वहीं, पराशर लेक में ईको टूरिज्म का प्रोजेक्ट फाइनल स्टेज पर है.
सायना को जमीन आबंटित करने पर सवाल
भले ही हिमाचल में एकेडमी के खुलने से हिमाचल के उभरते खिलाड़ियों को विश्व के बेहतरीन खिलाड़ियों से प्रशिक्षण मिलेगा, लेकिन साइना नेहवाल को दी गई जमीन के मामले में बरती गई तेजी पर सवाल उठने लगे हैं. राज्य सरकार का कहना है कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए ये कदम उठाया गया है.
वहीं, लोगों का सवाल है कि कई खिलाड़ियों ने जमीन लेने के लिए सरकार के पास आवेदन कर रखे हैं, लेकिन कई खिलाड़ियों के आवेदन सरकार के पास लंबित पड़े हैं, लेकिन साइना नेहवाल के मामले में इतनी तेजी सरकार ने कैसे दिखाई है. लोगों का कहना है कि साइना नेहवाल बीजेपी ज्वाइन कर चुकी हैं, इसलिए उन्हें पर सरकार ने इतनी जल्दी मेहरबानी की है.
बीजेपी का दामन थाम चुकी हैं साइना
बता दें कि साइना नेहवाल बीजेपी का दामन थाम चुकी हैं. नंवबर महीने में ही साइना नेहवाल अपने पति पी. कश्यप के साथ सीएम जयराम और राज्यपाल से मिले थे. इसी मुलाकात में बैडमिंटन एकेडमी पर विचार विमर्श हुआ था. सरकार ने मुलाकात के एक महीने में ही सायना को जमीन भी आबंटित कर दी.