ज्वालामुखी: विश्व विख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में आषाढ़ शुक्ल पक्ष के गुप्त नवरात्रों में मां ज्वाला का प्रकटोत्सव जन्मदिवस के रूप में मनाया गया. मान्यता है कि मां ज्वाला इसी दिन इस स्थान पर ज्योति के रूप में प्रकट हुई थीं. विश्वशांति व जनकल्याण के लिए मां की पूजा अराधना हर वर्ष पुजारी वर्ग व मंदिर न्यास द्वारा सामूहिक रूप से की जाती है. इसके साथ ही मन्दिर में चल रहे जाप व अनुष्ठान का समापन भी हवन, यज्ञ द्वारा किया गया जिसमें 51 पुजारियों ने भाग लिया. यज्ञ समापन पर पुजारी वर्ग व शहरवासियों ने पूर्णाहुति में भाग लिया.
100 किलो देसी घी का प्रसाद चढ़ाया.
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किए हैं. श्रद्धालुओं को मां के दर्शनों के लिए परिक्रमा मार्ग से भेजा जाएगा. मंदिर न्यास की ओर से 100 किलो देसी घी के हलवे का प्रसाद भी बांटा गया. पुजारी महासभा के प्रधान एवं मंदिर ट्रस्ट सदस्य प्रशांत शर्मा ने बताया कि मन्दिर में शहरवासियों व श्रद्धालुओं को मंदिर न्यास की ओर से 100 किलो देसी घी के हलवे का प्रसाद भी बांटा गया. इसके साथ ही कन्या पूजन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया और खीर का प्रसाद भी बांटा गया जिसमें पुजारी समुदाय ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. भंडारे में देश विदेश से आये हुए श्रद्धालुओं व स्थानीय निवासियों ने माता का प्रशाद ग्रहण किया.
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