धर्मशाला: शनिवार को हिमाचल विधानसभा के पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र का समापन हो गया. इस दौरान कई मुद्दों को लेकर तपोवन तपा. वहीं, भाजपा ने पूरे सत्र के दौरान सुखविंदर सरकार को कांग्रेस की गारंटियों की याद दिलाते हुए प्रदर्शन किया. सदन के अंदर भी विभिन्न मुद्दों को लेकर पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस देखने को मिली. विधानसभा सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर जमकर निशाना साधा.
जयराम ठाकुर का सीएम पर आरोप: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जिसे आत्महत्या के मामले बता रहे हैं वो असल में हत्या भी हो सकती है. मुख्यमंत्री बिना जांच पूरी किए कुछ भी तथ्य सदन में रख देते हैं. इस संदर्भ में एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके आधार पर यह लगता है की यह एक हत्या का मामला भी हो सकता है. जयराम ठाकुर ने कहा कि जब तक पूरे मामले की छानबीन नहीं हो जाती तब तक इसे आत्महत्या नहीं माना जा सकता. आज के समय में इलेक्ट्रॉनिक वीडियो भी एक सबूत के रूप में वैध है. इस संदर्भ में कुछ समय पहले ही भारतीय संसद में एक अधिनियम लाया गया था.
मैं एक कानून पढ़ा लिखा व्यक्ति नहीं हूं, परंतु मुख्यमंत्री तो कानून के जानकार हैं तो वह इसको हत्या का मामला कैसे बता रहे हैं. उन्हें सदन के पटल पर रखने से पहले किसी भी मामले की पूर्ण छानबीन कर लेनी चाहिए. एक नागरिक के तौर पर उन्होंने कहा मैं यह जानता हूं मरने से पहले दिया हुआ कोई भी बयान कानूनी रूप से वैध माना जाता है. - जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष
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सीएम ने बताया पूरा मामला: वहीं, इस मामले में उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शुक्रवार के दिन सदन में कानून-व्यवस्था पर चर्चा थी. सदन में सरकाघाट का एक मामला भी उठा था और विपक्ष ने उस पर बड़ा हंगामा भी किया. सीएम ने कहा कि जिस व्यक्ति की विपक्ष चर्चा कर रहा है, उसने आत्महत्या की है, लेकिन भाजपा ने पहले ही वॉकआउट करने का मन बना लिया था. सीएम ने कहा कि मैं इस मामले पर स्थिति स्पष्ट कर दूं कि सरकाघाट के मामले में जो एफएसएल की रिपोर्ट आई है, उसमें एक जगह पर कार्बन एक्युमुलेशन हुआ है और उस व्यक्ति ने अपने आप को आग लगाई है. शुरू में इसे हत्या का मामला दर्ज किया गया था, लेकिन जैसे ही इसकी रिपोर्ट आई उसमें सुसाइड का मामला नोट किया गया है.
सीएम ने बताया पूरा मामला: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि मरने वाले व्यक्ति के साथ जो ड्राइवर था, जिसने उसे उसके ससुराल छोड़ा, वह जाहू से था. जब वह व्यक्ति ने ड्राइवर को टैक्सी के पैसे देने लगा तो ड्राइवर ने उसके बैग में दो बिसलेरी की बोतलें देखीं, जिनमें पेट्रोल भरा हुआ था. सीएम सुक्खू ने कहा कि बाद में घर के अंदर जाकर व्यक्ति ने अपने आप को आग लगा ली. इस दौरान उनकी सास ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की, जिसमें सास का भी हाथ और चेहरा जला हुआ है. इन सबके आधार पर ही यह सुसाइड का केस बना है. सीएम ने कहा कि इसमें तीन चीजें महत्वपूर्ण हैं. एक सुसाइड नोट जो उसके घर से प्राप्त हुआ है. दूसरा एफएसएल रिपोर्ट और तीसरा जो टैक्सी ड्राइवर जो उसको छोड़ने गया था. इन सब सबूतों के आधार पर इस मामले में यह सुसाइड का केस बनता था. गौरतलब है कि मामला अक्टूबर महीने का है.
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