कांगड़ा: प्रदेश में करोना काल के समय स्वास्थ्य विभाग में हुआ कथित घोटाला राजनीतिक गलियारों में कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है. विपक्ष और दूसरे संगठन सरकार को लगातार इस मामले में घेर रहा है.
पूर्व कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र मनकोटिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले ने ईमानदारी की बात करने वाली भाजपा की पोल खोल दी है. ऐसे समय में देश और प्रदेश करोना जैसी भयंकर बीमारी का सामना कर रहा है. सत्ताधारी दल के नेता इसी बीमारी के बीच उपकरणों की खरीद में घोटाला करने में जुटी है. इसी के चलते सत्ताधारी दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ा.
मनकोटिया ने कहा कि करोना के इस काल में प्रदेश के लोगों ने करोड़ों का दान प्रदेश के राजकोष को दिया. प्रदेश के कर्मचारियों के वेतन में कटौती की गई, लेकिन भाजपा ने इस पर पानी फेर दिया. तथाकथित घोटालों के जरिए भाजपा के नेता अपने निजी खजानों को भरने का काम कर रहे.
मनकोटिया ने कहा कि प्रदेश की जनता जागरूक है. उन्हें मालूम है कि भ्रष्टाचार हुआ है. प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष ने संभवत इसी कारण अपने पद से त्यागपत्र दिया. साथ ही प्रदेश की जनता जानती है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम के पास ही इन दिनों स्वास्थ्य विभाग भी है. ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को स्वास्थ्य विभाग में घोटाले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र देकर स्वच्छ राजनीति का धर्म निभाना चाहिए.
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