धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश का चर्चित क्रिप्टो करेंसी स्कैम मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस मामले में गिरफ्तार लोगों में हिमाचल के 9 लोग शामिल हैं. वहीं, एक महिला जीरकपुर की है. इस मामले में मुख्य आरोपी सुभाष अभी तक एसआईटी के हत्थे नहीं चढ़ा है. पुलिस द्वारा उसकी धरपकड़ के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सुभाष विदेश चला गया है, जिसके चलते एसआईटी ने देश के बाहर गए मामले से संबंधित लोगों को वापस लाने के लिए एलओसी ब्यूरो की प्रक्रिया भी अडाप्ट कर ली है. इसी के साथ क्रिप्टो करेंसी में लोगों के पैसे से अर्जित की गई 2 से 4 करोड़ की प्रॉपर्टी को फ्रीज करने की प्रक्रिया एसआईटी ने शुरू कर दी है.
मुख्य आरोपी एसआईटी के गिरफ्त से बाहर: एसआईटी जांच अधिकारी मनमोहन सिंह ने बताया कि पहली जांच में 2300 करोड़ रुपये का बड़ा खेल लग रहा है और पकड़े गये आरोपियों में अभिषेक की अब तक सबसे ज्यादा देनदारी सामने आई है, जो कि 200 करोड़ के आसपास है. मामले में गिरफ्तार हुए सुखदेव, हेमराज और अभिषेक चेन बनाने के लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. वहीं, मास्टरमाइंड सुभाष अभी तक गिरफ्त से बाहर है. जिसकी धरपकड़ के लिये भी एसआईटी लगातार प्रयास कर रही है.
एसआईटी जांच अधिकारी ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी मामले में जो लोग देश से बाहर हैं, उनके संबंध में एलओसी ब्यूरो की प्रक्रिया को अपनाया गया है, इसके लिए जो भी लीगल नियम होगा, उसी के तहत कार्य किया जाएगा. फिलहाल मामले में आगे जांच जारी है, इसमें कई लोगों की संलिप्तता है, जिसको लोकर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. क्रिप्टो करेंसी घोटाले में सुभाष मुख्य आरोपी है, जो कि फरार है, जबकि उसके नीचे हेमराज, सुखदेव और अभिषेक नीचे से इस नेटवर्क को चला रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
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