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मानसून में आपदा से निपटने की तैयारी, कांगड़ा जिले में उपमंडल स्तर पर खुले रहेंगे कंट्रोल रूम

मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त धर्मशाला राहुल कुमार ने डीआरडीए सभागार में मानसून सीजन में आपदा से निपटने की पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने बताया कि मानसून सीजन आरंभ होने से पहले आपदा से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिला स्तर और उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम खोलने के लिए दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं. ताकि, आपदा से त्वरित प्रभाव से निपटा जा सके.

Control rooms will be open in monsoon season
मानसून सीजन में आपदा से निपटने की पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक
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Published : Jun 8, 2021, 8:32 PM IST

धर्मशाला: मानसून सीजन आरंभ होने से पहले आपदा से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा राहुल कुमार ने मंगलवार को डीआरडीए सभागार में मानसून सीजन में आपदा से निपटने की पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि जिला स्तर और उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम खोलने के लिए दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं. ताकि, आपदा से त्वरित प्रभाव से निपटा जा सके.

मानसून सीजन में आपदा से बचाव के लिए तैयारियां शुरू

अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सभी विभागों को मानसून सीजन के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आपदा प्रबंधन का कार्य सुचारू रूप से चल सके. उन्होंने कहा कि सभी उपमंडलाधिकारियों को पंचायत प्रतिनिधियों और वॉलंटियर्स के साथ आपदा प्रबंधन को लेकर आवश्यक बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी नियमित तौर पर लोगों तक पहुंचाने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे ताकि आम जनमानस पहले से ही मौसम को लेकर पहले से अलर्ट रहें.

आपदा से निपटने के लिए सभी उपकरण भी तैयार

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में भू-स्खलन को लेकर संवेदनशील सड़कों एवं अन्य जगहों की सूची पहले से तैयार की जाए और भू-स्खलन इत्यादि से होने वाले नुक्सान को कम करने की दिशा में कारगर कदम उठाए जाएं. इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग, आईपीएच और विद्युत विभाग को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से जेसीबी मशीनें और आवश्यक उपकरण भी पहले से तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं. अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए सड़कों में पानी की निकासी इत्यादि की भी उचित व्यवस्था करने, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नालों और गंदे पानी की निकासी के लिए निर्मित नालियों की भी उचित सफाई की जाए. ताकि, पानी का प्रवाह सुचारू रूप से चलता रहे.

आपदा के दौरान राहत कार्यों में किसी भी प्रकार का विलंब नहीं

एडीसी ने आईपीएच विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी पेयजल भंडारण टैंकों की सफाई और पानी की क्लोरीनेशन किया जाएं. ताकि, लोगों को शुद्व पेयजल उपलब्ध हो सके और जलजनित रोगों से भी बचाव किया जा सके. अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग को भी आवश्यक खाद्य वस्तुओं का दो महीने का भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर विलंब नहीं किया जाए. इससे पहले एडीएम रोहित राठौर ने कांगड़ा जिला में मानसून सीजन को लेकर आपदा प्रबंधन की पूर्व तैयारियों को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

यह भी पढ़ें :- कुल्लू अस्पताल में हुई जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक, ईको कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति का उठा मामला

धर्मशाला: मानसून सीजन आरंभ होने से पहले आपदा से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा राहुल कुमार ने मंगलवार को डीआरडीए सभागार में मानसून सीजन में आपदा से निपटने की पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि जिला स्तर और उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम खोलने के लिए दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं. ताकि, आपदा से त्वरित प्रभाव से निपटा जा सके.

मानसून सीजन में आपदा से बचाव के लिए तैयारियां शुरू

अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सभी विभागों को मानसून सीजन के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आपदा प्रबंधन का कार्य सुचारू रूप से चल सके. उन्होंने कहा कि सभी उपमंडलाधिकारियों को पंचायत प्रतिनिधियों और वॉलंटियर्स के साथ आपदा प्रबंधन को लेकर आवश्यक बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी नियमित तौर पर लोगों तक पहुंचाने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे ताकि आम जनमानस पहले से ही मौसम को लेकर पहले से अलर्ट रहें.

आपदा से निपटने के लिए सभी उपकरण भी तैयार

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में भू-स्खलन को लेकर संवेदनशील सड़कों एवं अन्य जगहों की सूची पहले से तैयार की जाए और भू-स्खलन इत्यादि से होने वाले नुक्सान को कम करने की दिशा में कारगर कदम उठाए जाएं. इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग, आईपीएच और विद्युत विभाग को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से जेसीबी मशीनें और आवश्यक उपकरण भी पहले से तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं. अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए सड़कों में पानी की निकासी इत्यादि की भी उचित व्यवस्था करने, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नालों और गंदे पानी की निकासी के लिए निर्मित नालियों की भी उचित सफाई की जाए. ताकि, पानी का प्रवाह सुचारू रूप से चलता रहे.

आपदा के दौरान राहत कार्यों में किसी भी प्रकार का विलंब नहीं

एडीसी ने आईपीएच विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी पेयजल भंडारण टैंकों की सफाई और पानी की क्लोरीनेशन किया जाएं. ताकि, लोगों को शुद्व पेयजल उपलब्ध हो सके और जलजनित रोगों से भी बचाव किया जा सके. अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग को भी आवश्यक खाद्य वस्तुओं का दो महीने का भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर विलंब नहीं किया जाए. इससे पहले एडीएम रोहित राठौर ने कांगड़ा जिला में मानसून सीजन को लेकर आपदा प्रबंधन की पूर्व तैयारियों को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

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