पालमपुर: कृषि बिलों के विरोध में किसानों के समर्थन में 14 दिसम्बर 2020 को धर्मशाला में लोकतांत्रिक व शान्तिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल किसान मजदूरों के खिलाफ कांगड़ा प्रशासन ने कोरोना की आड़ में फर्जी केस बनाने की कार्रवाई की. हिमाचल किसान सभा व मजदूर संगठन सीटू के नेताओं ने कड़ी आलोचना की है.
किसान सभा के जिला अध्यक्ष सतपाल सिंह व जिला सचिव जगदीश जग्गी , सीटू के जिला प्रधान केवल कुमार , जिला सचिव रविन्द्र कुमार , जिला वित्त सचिव अशोक कटोच, जिला उपाध्यक्ष प्रताप सिंह एवं जिला कमेटी सदस्य हेम राज ने इस कार्रवाई को सरकार के इशारे पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया.
14 दिसंबर 2020 को किए गए शान्तिपूर्ण प्रदर्शन में भाग लेने वाले सभी लोग मास्क लगाए हुए थे. उन्होंने निर्धारित दूरी व संख्या का पालन किया गया. प्रदर्शन किसी तरह से कोविड नियमों का उल्लंघन नहीं किया गया.
सीटु जिला वित्त सचिव अशोक कटोच कहा कि प्रशासन चाहे जितने मर्जी केस बना दें और चाहे तो जेलों में बन्द कर दें, लेकिन किसानों के मनोबल को नहीं तोड़ा जा सकता. उन्होंने याद दिलाया कि इस देश की जनता ने घोषित आपातकाल को हरा दिया था.
वर्तमान सरकार का अघोषित आपातकाल जनता को कैसे डरा पाएगा. इन नेताओं ने एक बार फिर मांग उठाई कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए.