धर्मशाला: नगर निगम चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी नेताओं ने अपनी एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है. धर्मशाला के जिस वार्ड में जहां रास्ते नहीं है वहां रास्ते का वादा जनता से कर रहे हैं और जहां पर लाइटें नहीं हैं वहां लाइटों का वादा कर रहे हैं.
गरीबी उन्मूलन व लोगों को न्याय दिलवाने का अभियान भाजपा ने अपने कैबिनेट मंत्री के माध्यम से धर्मशाला में चला रखा है. वहीं वूल फेडरेशन के अध्यक्ष भी धर्मशाला व पालमपुर नगर निगम में भाजपा की गतिविधियों को गति दिए हुए हैं.
लगातार अनदेखी का गुस्सा बैठक में निकला
ऐसे में जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पार्टी पर्यवेक्षक व प्रभारियों के साथ हुई बैठक में कांगड़ा चंबा के सांसद किशन कपूर भी पहुंचे, लेकिन लंबे समय से चुप चल रहे किशन कपूर ने पार्टी में कुछ प्रतिनिधियों की ओर से लगातार अनदेखी व बैठकों की सूचना न देने व उन्हें न बुलाए जाने का गुस्सा बैठक में निकाला.
सांसद किशन कपूर के मन मे उमड़ रहे गुब्बार को उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने व्यक्त कर दिया. सांसद किशन कपूर ने मुख्यमंत्री से स्पष्ट शब्दों में नाराजगी व्यक्त करते हुए कह दिया कि उन्हें बैठकों व कार्यक्रमों की सूचना नहीं दी जा रही है. मंत्री राकेश पठानिया के कहने पर वह यहां आए हैं.
अनुभव का लाभ लेने की नसीहत दे डाली
जब बात मुख्यमंत्री के कानों तक पहुंची तो मुख्यमंत्री ने भी बिना समय गंवाए डैमेज कंट्रोल के लिए कड़ा संज्ञान ले लिया. उन्होंने वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में अधिमान देने व उनके अनुभव का लाभ लेने की नसीहत दे डाली.
नाराजगी जताकर पूरी तरह से चुप बैठे किशन कपूर को मुख्यमंत्री शांत करने के लिए हेलिकॉप्टर में अपने साथ फतेहपुर ले गए. मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नेता व कांगड़ा-चंबा के सांसद किशन कपूर को अधिमान दिया और उसके लिए टीम को निर्देश भी दे दिए.
मुख्यमंत्री के सामने किशन कपूर का इस तरह से बात रखने से जाहिर हो गया कि भाजपा के खेमे में भी कुछ सही नहीं चल रहा है. यहां पर भी कोई अलग खिचड़ी पक रही है. बैठक के बाद वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर भी किशन कपूर के निशाने पर रहे तो जिन्हें बैठकों के बारे में जानकारी देने के लिए अधिकृत किया गया है वह भी नाराजगी की परिधि में आए.
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