ऊना/कुल्लू/बिलासपुर/कांगड़ा- केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में युवाओं (Agnipath Scheme Protest) का प्रदर्शन चल रहा है. हिमाचल में भी इस योजना (Agnipath Protest in Himachal) के खिलाफ युवाओं का गुस्सा फूटा. गुरुवार को हमीरपुर और धर्मशाला समेत कुछ जगहों पर प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में प्रदर्शन हुआ. जिसके कारण कई जगह चक्का जाम की स्थिति देखने को मिली. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में भी प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
कुल्लू में युवाओं ने किया चक्का जाम- शुक्रवार सुबह कुल्लू के ढालपुर मैदान में युवाओं ने अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Agnipath yojana protest) किया और पीएम मोदी के लगे पोस्टर फाड़ दिए. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. थोड़ी देर बाद पुलिस ने सभी युवाओं को छोड़ दिया लेकिन दोपहर बाद प्रदर्शनकारी ढालपुर मैदान पर इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ये सभी लोग ढालपुर चौक पर पहुंच गए और फिर इन युवाओं ने सड़क पर बैठकर चक्का जाम कर दिया. जिसके चलते सड़क पर वाहनों की आवाजाही काफी देर तक प्रभावित हुए. सड़क पर जाम की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने युवाओं को समझाया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी सड़क से हटे.
ऊना में अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में विरोध प्रदर्शन- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर शुक्रवार को ऊना के दौरे पर थे. जहां दौलतपुर चौक पर स्थित एक रेस्ट हाउस में वो बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक के लिए पहुंचे थे. रेस्ट हाउस के पास ही युवाओं ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद अनुराग ठाकुर ने कुछ प्रदर्शनकारी युवाओं को बुलाया और उन्हें इस योजना के फायदे गिनाए. प्रदर्शन कर रहे युवाओं के मुताबिक सरकार उनके साथ खिलवाड़ कर रही है. प्रदर्शन कर रहे युवाओं की दलील थी कि एक बार 5 साल के लिए विधायक, सांसद बनने पर भी नेताओं को पेंशन मिलती है लेकिन युवाओं को सिर्फ 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जा रही है.
भर्तियां रद्द होने को लेकर युवाओं में अधिक रोष है. सेना की तैयारी कर रहे युवाओं के मुताबिक कोरोना का हवाला देकर उनकी लिखित परीक्षा को पहले टाला गया (Agnipath scheme controversy) और अब रद्द कर दिया गया है. जबकि कोरोना काल के दौरान कई स्कूल, कॉलेज समेत कई तरह की परीक्षाओं का आयोजन हुआ है साथ ही कोरोना काल में नेताओं की रैलियां भी खूब हुई हैं लेकिन उनपर कोई रोक नहीं लगाई गई. जबकि उन्हें बीते दो साल से लटकाया गया और अब परीक्षा रद्द करके अग्निपथ योजना (Agneepath yojana protest) का ऐलान कर दिया गया है.
कांगड़ा के जसूर में रोष रैली- शुक्रवार को कांगड़ा जिले में भी युवाओं ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्हें कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेताओं का भी समर्थन मिला. युवाओं ने रोष रैली निकालकर चक्का जाम किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस प्रदर्शन के कारण पठानकोट-मंडी नेशनल हाइवे कई घंटों तक जाम रहा. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद इस जाम को खुलवाया. कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय महाजन ने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. क्योंकि कोरोना काल से पहले हजारों युवाओं ने आर्मी के लिए फिजिकल औऱ मेडिकल टेस्ट पास कर लिए हैं लेकिन अब सरकार ने दो साल बाद सभी पुरानी भर्तियां रद्द करके अग्निपथ योजना लागू कर दी है.
बिलासपुर में युवाओं का हल्ला बोल- बिलासपुर जिले के घुमारवीं में भी सैंकड़ों युवा सड़क पर उतरे और अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया. युवाओं ने केंद्र सरकार के इस कदम को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए बीजेपी के झंडे जलाए. प्रदर्शकारियों ने कहा कि सेना जरिये युवा स्थाई नौकरी की आस रखते हैं और इसके लिए मेहनत करते हैं. जब देश में बेरोजगारी चरम पर है तो सरकार शॉर्ट टर्म नौकरी की योजना लेकर आई है. जो देश और प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ है.
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