धर्मशाला: बेटी है अनमोल योजना प्रदेश की एक महत्वकांक्षी योजना है. योजना के तहत कांगड़ा जिला में अप्रैल 2017 से 31 दिसंबर 2019 तक 1677 बेटियों को लाभान्वित किया जा चुका है. योजना के अन्तर्गत सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को भी 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपये कर दिया गया है.
योजना के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों में जन्मी अधिकतम 2 बालिकाओं पर उनके माता-पिता इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. योजना के तहत सरकार बीपीएल परिवारों में जन्मी बच्चियों के नाम पर डाकघर में 12 हजार रुपए की एफडी करवाने के अलावा लड़कियों को पढ़ाई के लिए छात्रवृति भी प्रदान करती है.
योजना के तहत बेटी की शिक्षा के दौरान पहली से तीसरी तक 450, चौथी कक्षा में 750, पांचवीं मे 900, छठी से सांतवीं कक्षा के लिए 1050 रुपये, नवीं व दसवीं कक्षा के लिए 1500, ग्यारवीं तथा बाहरवीं कक्षा के लिए 2250 रुपये, जबकि स्नातक स्तर की कक्षा में पढ़ाई के लिए पांच हजार रुपये वार्षिक दर से छात्रवृति प्रदान की जा रही है.
वहीं, जिला कार्यक्रम अधिकारी रणजीत सिंह ने कहा कि जिला कांगड़ा में अप्रैल 2017 से दिसंबर 2019 तक 1677 बेटियों को लाभान्वित किया जा चुका है. जबकि 11,780 लड़कियों को इस अवधि के दौरान छात्रवृति प्रदान की जा रही है. इसके अलावा प्रोत्साहन राशि को भी अब प्रदेश सरकार ने 12 हजार रुपये कर दिया है.