हमीरपुर: जिला हमीरपुर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने विभिन्न उत्पादों को तैयार कर अपने लिए रोजगार के नए अवसर तलाशे हैं. जिला की महिलाएं न सिर्फ मिठाईयां और खाद्य पदार्थ तैयार कर रहे हैं बल्कि मोमबत्तियां तैयार कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ कर रही हैं.
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा गठित विकास खंड हमीरपुर के विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूह कई पारंपरिक उत्पाद तैयार कर रहे हैं. इन पारंपरिक उत्पादों के बेहतर विपणन के लिए भी महिला स्वयं सहायता समूहों की मदद की जा रही है.
इसी कड़ी में विकास खंड कार्यालय हमीरपुर के परिसर में विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों ने हिम ईरा साप्ताहिक बिक्री एवं प्रदर्शनी स्टॉल लगाए हैं. स्वयं सहायता समूह के सदस्य बबली का कहना है कि उन्होंने खुद इन उत्पादों को तैयार किया है और अब विभाग के सहयोग से वह उत्पादन को प्रदर्शनी के माध्यम से बेच रहे हैं.
स्वयं सहायता समूह ममता वालिया का कहना है कि अक्टूबर महीने में उन्होंने इन उत्पादों को बनाने का प्रशिक्षण दिया उनके समूह के 15 महिलाओं में से 7 महिलाएं इस कार्य को सक्रियता के साथ कर रही हैं.
इन स्टॉलों में महिलाओं द्वारा तैयार किए गए कई पारंपरिक उत्पादों की बिक्री की जा रही है. उक्त स्टॉलों राधिका महिला स्वयं सहायता समूह बारल, विष्णु महिला स्वयं सहायता समूह बाड़ी, शिव शंकर महिला स्वयं सहायता समूह ब्राहलड़ी, राधेश्याम महिला स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति महिला स्वयं सहायता समूह खटवीं ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है.