हमीरपुर: डॉक्टर राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर के वार्डों की छतें बारिश में टपक रहीं है. हालात ऐसे हैं कि वार्डों में दाखिल मरीजों का मर्ज टपक रही छतों ने और बढ़ा दिया है. मरीजों के बिस्तर तक पानी से भीग गए. इस कारण वार्डों में दाखिल मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल के वार्ड 409 सहित बाकी के कुछ वार्डों में भी हालात बद से बदतर हो गए हैं.
लगातार हो रही बारिश ने अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी. मरीज और तीमारदार वार्डों में भरे पानी को बाहर निकलते रहे. मेडिकल कॉलेज बनने के बाद चाहे स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर जरूर हुई हो, लेकिन व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ खास नहीं है. यही कारण है कि बारिश में मरीजों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है.
शुक्रवार के दिन भी ऐसा नजारा देखने को मिला. पानी फर्श पर ना गिरे इसके लिए मरीजों के साथ आए तीमारदारों ने बर्तन लगा रखी थी, ताकि पानी इनमें ही गिरे. बता दें कि क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर का दर्जा बढ़ाकर मेडिकल कॉलेज किया गया है. मेडिकल कॉलेज बनने के बाद यहां मरीजों की तादाद भी बढ़ी है. हालांकि यहां व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ खास देखने को नहीं मिलता. मेडिकल कॉलेज के प्रबंधों की पोल शुक्रवार को हुई बारिश ने खोल दी.
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अनिल वर्मा, मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर का कहना है कि ये मामला ध्यान में है. सीलिंग बदलने का प्रपोजल सरकार को भेजा गया है. अभी तक इसे सरकार की मंजूरी नहीं मिली है. अप्रूवल मिलने के बाद अस्पताल की छत को बदला जाएगा.
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