हमीरपुर: एनजीटी ने नगर परिषद हमीरपुर (Municipal Council Hamirpur) के कचरा ट्रीटमेंट प्लांट दगनेहड़ी (Waste Treatment Plant in Hamirpur) में अव्यवस्था को लेकर कुछ हद तक राहत दी है. इस मामले में अब 15 सितंबर 2022 को अगली सुनवाई होगी. 21 मार्च को एनजीटी को नगर परिषद और शहरी विकास ने मार्च माह के अंत में रिपोर्ट सौंपी थी. रिपोर्ट सौंपने के बाद छह अप्रैल को एनजीटी ने इस मामले में वर्चुअल माध्यम से सुनवाई की थी. सुनवाई के बाद अब इस मामले में एनजीटी की तरफ से अगली सुनवाई 15 सिंतबर को तय की गई है.
रिपोर्ट में विभाग ने प्लांट में जरूरी सुधार करने का दावा किया है. वहीं, याचिकाकर्ता और स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह रिपोर्ट बिल्कुल झूठी है. ग्रामीणों ने विभाग पर यह आरोप लगाया है कि रिपोर्ट में गलत और झूठी जानकारी देकर एनजीटी को गुमराह करने का कार्य किया गया है. जबकि धरातल पर कोई सुधार नहीं हुए हैं. याचिकाकर्ता रीता शर्मा ने कहा कि कोई भी जरूरी सुधार अभी तक विभाग और स्थानीय नगर निकाय के द्वारा यहां पर नहीं किए गए हैं.
वायु और जल प्रदूषण से यहां पर ग्रामीणों को लगातार परेशानियां पेश आ रही है. एनजीटी में सुनवाई के बाद एक बार फिर प्लांट के ईर्द-गिर्द की गंदगी और अव्यवस्थाओं की तस्वीरें और वीडियो एनजीटी को भेजे गए हैं. विभाग के अधिकारी झूठी रिपोर्ट देकर एनजीटी को भी गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. गौरतलब है कि यह मामला लंबे समय से एनजीटी में विचाराधीन है. मार्च माह में सुनवाई कें विभाग के आला अधिकारियों के न पहुंचने पर भी एनजीटी ने तल्ख टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी में कोताही बरतने पर अधिकारियों से सवाल पुछा गया था कि क्यों न आपके वेतन को रोक दिया जाए.
इस टिप्पणी के बाद अधिकारी कुछ हद तक जागे और मार्च माह के अंत में सुधार कार्यों को लेकर लंबी चैड़ी रिपोर्ट बनाकर एनजीटी को भेजी. फिलहाल एनजीटी ने इस मामले में विभाग और परिषद हमीरपुर को राहत दी है. हालांकि यह भी संभावना है कि एनजीटी यहां पर जल्द ही धरातल की सच्चाई जानने के लिए प्रभावी कदम उठा सकती है. ग्रामीणों की लगातार शिकायतों से एनजीटी (NGT on Hamirpur Waste Treatment Plant) के सख्त और कड़ी कार्रवाई की संभावनाओं को नहीं नकारा जा सकता है.
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