हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में स्थापित कोविड विभाग में वेंटिलेटर का सेटअप कर दिया गया है. वेंटिलेटर के सुविधा से लैस यहां पर लगभग 30 बेड हैं. ईटीवी भारत की टीम ने सोमवार को कोविड वार्ड के अंदर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और यहां पर मौजूद मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के अधिकारियों और चिकित्सकों से विशेष बातचीत भी की.
यहां पर ईटीवी भारत की टीम ने वेंटिलेटर पर मरीजों को दिए जाने वाले उपचार के बारे में और ऑक्सीजन कि 24 घंटे सप्लाई के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ने कहा कि व्यवस्था पूरी तरह से ठीक कर ली गई है.
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में स्थापित किए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट से इस वार्ड को जोड़ा जाएगा. इस कार्य को इंजीनियर करेंगे और जम्मू के राजौरी में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के बाद सोमवार रात तक इंजीनियर के हमीरपुर पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद जल्द से जल्द यहां पर यह सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा.
'बहुत कम मरीजों को वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ती है'
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एनेस्थीसिया विभाग की इंचार्ज डॉ. अंकिता ने बताया कि तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की 24 घंटे सप्लाई से मरीजों को उपचार में मदद मिलेगी. गंभीर रोगियों में 90% मरीजों को ऑक्सीजन की सही और पर्याप्त सप्लाई की जरूरत होती है. इसके अलावा बहुत कम मरीजों को वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन यहां पर पर्याप्त व्यवस्था की गई है.
एनेस्थीसिया विभाग में लगभग 11 डॉक्टर
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में एनेस्थीसिया विभाग में लगभग 11 डॉक्टर हैं. यहां पर स्टाफ की कमी के कारण मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को दिक्कत पेश आ रही है. टांडा मेडिकल कॉलेज और आईजीएमसी में हमीरपुर की अपेक्षा दो से तीन गुना स्टाफ मौजूद है.
ऐसे भी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा सरकार से एनेस्थीसिया विभाग में डॉक्टर की संख्या को बढ़ाने की भी मांग की गई है. स्टाफ की कमी के बावजूद यहां पर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर दोगुना मेहनत के साथ ऑक्सीजन प्लांट और कोविड वार्ड को जल्द शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं.
गंभीर रोगियों का इलाज संभव हो सकेगा
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने से यहां पर गंभीर रोगियों का इलाज संभव हो सकेगा. कोरोना संक्रमित अधिकतर मरीजों को उपचार के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज और आईजीएमसी शिमला भेजा जाता है.
दरअसल हमीरपुर जिला में वेंटिलेटर की सुविधा ऑक्सीजन प्लांट की कमी के कारण अभी तक शुरू नहीं हो पाई है, लेकिन उम्मीद है कि आगामी एक अथवा दो दिन में यह सुविधा हमीरपुर के लोगों को अपने जिला में उपलब्ध होगी. हमीरपुर जिला में अगर कोरोना संक्रमित लोगों की बात की जाए तो हर दिन कोरोना संक्रमण के कारण तीन से चार लोगों की मौत जिला में हो रही है.
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