हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के परिसर में सामाजिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां पर ओपीडी के बाहर तो सावधानी बरती जा रही है, लेकिन उचित मूल्य की दवाइयों की दुकानों पर लोगों की भीड़ जमा हो रही है.
ईटीवी भारत ने शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज हमीरपुर का दौरा किया और यहां पर व्यवस्था को जाना. इस दौरान पड़ताल में पाया गया कि ओपीडी के बाहर पर्ची बनवाने के लिए लोगों को कुर्सियों पर बैठने के लिए व्यवस्था की गई थी. अस्पताल में सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा था, लेकिन ब्लू ओपीडी से ठीक सामने स्थित उचित मूल्य की दवाइयों की दुकान पर लोगों की भीड़ जमा थी.
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस डॉ. अनिल वर्मा का कहना है कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है. सामाजिक दूरी और क्वॉरेंटाइन ही इसे रोका जा सकता है.उन्होंने कहा कि लगातार अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं कि सामाजिक दूरी का पालना करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए.
बता दें कि उचित मूल्य की दवाई की दुकान जैसे हालात हर ओपीडी में थे. जगह की कमी के कारण हर ओपीडी में लोगों की भीड़ अधिक थी. जिससे यहां पर सामाजिक दूरी के नियमों की पालना करना लोगों के लिए भी मुश्किल हो गया था.
गौरतलब है कि रोजान हजारों की तादाद में मरीज और तीमारदार अस्पताल पहुंचते हैं. ऐसे में सामाजिक दूरी की धज्जियां उठना ना सिर्फ अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है बल्कि अस्पताल प्रशासन की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर तय किए गए नियमों पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े करता है.
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