हमीरपुर: पिछले दिनों अपने सोशल मीडिया पर महाभारत वाले पोस्ट पर सुजानपुर में कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक राजिंद्र राणा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा महाभारत प्रसंग की पोस्ट का मंत्री पद से कोई लेना देना नहीं है. मैनें मंत्री पद की इच्छा कभी नहीं जताई है. आदमी कर्म से बड़ा बनता है, मंत्री पद से नहीं.
राजिंद्र राणा अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर उठ रहे सवालों पर जवाब दिया. उन्होंने कहा पोस्ट पर विश्लेषण किया है और फिर कह रहा हूं कि विवाद हमेशा लड़ाई झगडों में एनर्जी लगाता है. इतिहास के पन्नों से कुछ सीखना चाहिए. क्योंकि महाभारत तभी हुआ था और जब पांडव पांच गांवों को मांग रहे थे, लेकिन दुर्योधन सूई की नोक के बरारबर भी जमीन भी नहीं दी थी. जिसकी वजह से महाभारत हुआ था. इसलिए समाज को इससे सीखना चाहिए. उन्होंने कहा मेरा संदेश देने का उदेश्य साफ रहा है, लेकिन कोई क्या सोचता है, यह अलग बात है.
उन्होंने कहा संगठन व सरकार ने जहां और जिस भूमिका में उन्हें तैनात किया, उसको उन्होंने बखूबी निभाने का प्रयास किया है. सरकार में सभी लोग मंत्री नहीं बनते हैं. किन लोगों को मंत्री बनाना है, यह मुख्यमंत्री और हाईकमान का अधिकार क्षेत्र है. हाईकमान के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री तय करते है और मंत्री पद के साथ इसका कोई लेना देना नहीं है.
विपक्षी नेताओं के बयान पर पलटवार करते हुए राणा ने कहा बीजेपी के अपने विचार है. कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट है. कोई मनमुटाव नहीं है. वहीं, अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रियाओं को लेकर उन्होंने कहा मीडिया के सवालों में जवाब को घुमाया गया है. पोस्ट में किसी को आहत करने की मंशा नहीं रही है. अपने विचारों के आदान प्रदान करने के साथ-साथ बातों को सांझा करना गलत बात नहीं हैं, इसमें किसी के प्रति गलत भावना नहीं है. अपने विचार को व्यक्त करना कोई विवाद नहीं हैं.